लखनऊ: यूपी में डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी (AKTU) से सम्बद्ध गवर्मेंट इंजीनियरिंंग कॉलेज में इननोवेटिव प्रोजेक्ट बनाने के लिए स्टूडेंट्स को 10 हजार से 50 हजार रुपए तक की आर्थिक सहायता दी जाएगी। जिसके अंतर्गत तीन दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम चलाया जा रहा है। जिसका उद्घाटन शनिवार को प्रमुख सचिव टेक्निकल एजुकेशन मुकुल सिंघल ने किया।
इस प्रोग्राम के तहत प्रदेश के टॉप गवर्मेंट इंजीनियरिंग कॉलेज के 42 प्रोफेसर ट्रेनिंग ले रहे हैं। जिससे वह अपने कॉलेज में जाकर बेहतर काम कर सकें। इस प्रोग्राम को नेशनल वर्कशाप ऑन आउटकम बेस्ड एजूकेशन एंड एनबीए एक्रीडेशन नाम से चलाया जा रहा है। यह प्रोग्राम स्टेट प्रोजेक्ट फैलिसिटेशन यूनिट (SPFU) संचालित कर रही है।
क्या कहना है SPFU की चीफ प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर का
SPFU की चीफ प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर प्रोफेसर नीलम श्रीवास्तव ने बताया कि बीटेक स्टूडेंट को फाइनल सेमेस्टर में अपने इननोवेशन के बारे में एचओडी को बताना होगा। एचओडी को स्टूडेंट एक डीटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाकर देंगे। जिसे कॉलेज के बोर्ड ऑफ गवर्नेंस के सामने पेश किया जाएगा।
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प्रोजेक्ट की यूटिलिटी पर चर्चा के बाद स्टूडेंट को उसकी जरूरत के हिसाब से 10 हजार से लेकर 50 हजार रुपए तक की आर्थिक सहायता राशि टेक्निकल एजूकेशन क्वालिटी इंप्रूवमेंट प्रोग्राम (TEQIP) के अंतर्गत दी जाएगी।
टेक्निकल एजूकेशन क्वालिटी इंप्रूवमेंट प्रोग्राम
-वर्ल्ड बैंक यूपी में टेक्निकल एजूकेशन की स्थिति को सुधारने के लिए टेक्निकल एजूकेशन क्वालिटी इंप्रूवमेंट प्रोग्राम चलाता है।
-इसमें AKTU से सम्बद्ध प्रदेश के 7 गवर्मेंट इंजीनियरिंग कॉलेज को फंड जारी किया जाता है।
-इसके अंतर्गत कॉलेज के पीएचडी स्कॉलर्स की संख्या में बढ़ोतरी के लिए फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम चलाना शामिल है।