BJP MP Sanghamitra Maurya: पिता जी पर सवाल से भड़क गईं स्वामी प्रसाद मौर्य की सांसद बेटी, कह दी ये बात
BJP MP Sanghamitra Maurya: यूपी के बदायूं से बीजेपी सांसद संघमित्रा मौर्य से जब उनके पिता स्वामी प्रसाद मौर्य को लेकर पत्रकारों ने सवाल पूछा तो वो नाराज हो गईं। उन्होंने तल्ख लहजे में मीडिया से कहा कि पिताजी पर सवाल सुन-सुनकर परेशान हो गई हूं।
BJP MP Sanghamitra Maurya: अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य ने हाल ही में समाजवादी पार्टी से इस्तीफा देकर खुद की नई पार्टी बनाई है। इसको लेकर जब पत्रकारों ने उनकी बेटी और बदायूं से भारतीय जनता पार्टी की सांसद संघमित्रा मौर्य से सवाल पूछा तो वो नाराज हो गईं। उन्होंने तल्ख लहजे में मीडिया से कहा कि पिताजी पर सवाल सुन-सुनकर मैं परेशान हो गई हूं। बीजेपी की सांसद हूं, बीजेपी का कार्यक्रम है, इसलिए उसी पर सवाल कीजिए।
जब संघमित्रा मौर्य भड़क गईं
दरअसल, सोमवार यानी 26 फरवरी को बदायूं में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 11 अंडरपास का वर्चुअली लोकार्पण किया गया। रेलवे द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में बदायूं की बीजेपी सांसद डॉ. संघमित्रा मौर्य सहित पार्टी के कई नेता मौजूद रहे। इस मौके पर संघमित्रा मौर्य ने पत्रकारों के सवालों के जवाब दिए। जब उनसे पूछा गया कि आपके पिताजी ने नई पार्टी का गठन किया है, ऐसे में बेटी होने के नाते आप क्या कहेंगे? तो इस सवाल पर संघमित्रा मौर्य भड़क गईं और कहा- पिता और पुत्री से उठकर के अगले सवाल पर भी आना चाहिए। यह सवाल पिछले दो-ढाई साल से सुन-सुन कर मैं परेशान हो चुकी हूं। मैं भारतीय जनता पार्टी की कार्यकर्ता हूं, पदाधिकारी हूं, भारतीय जनता पार्टी की सांसद हूं और भारतीय जनता पार्टी के लिए कार्य कर रही हूं तो जब जिस चीज का कार्यक्रम हो सवाल भी उसी का ही होना चाहिए।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने बनाई नई पार्टी
बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने बुधवार को अपनी नई पार्टी का ऐलान कर दिया था। उन्होंने इस पार्टी का नाम राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी रखा है। इसके साथ ही उन्होंने जमकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा और किसान आंदोलन के समर्थन में बयान दिया। बता दें कि 13 फरवरी को ही स्वामी प्रसाद ने समाजवादी पार्टी में महासचिव पद छोड़ दिया था और हाईकमान पर भेदभाव का आरोप लगाया था। वह 20 साल बसपा में रहे और इस दौरान पार्टी में बड़े पदों पर रहे और मायावती सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं। इसके बाद 2017 के यूपी विधानसभा चुनाव से पहले स्वामी ने पाला बदल लिया था और बीजेपी में शामिल हो गए थे। योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सरकार बनी तो स्वामी को कैबिनेट मंत्री बनाया गया। हालांकि, 5 साल बाद ही उनका बीजेपी से मोहभंग हो गया और 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले वे सपा में शामिल हो गए थे। अब उन्होंने समाजवादी पार्टी को भी छोड़कर अपनी अलग पार्टी का गठन किया है।