Bulandshahr News: AI की करामात, बेटे को रेप केस में पकड़ने के नाम पर ₹75000 ठगे, मां को 4 घंटे तक रखा डिजिटल अरेस्ट
Bulandshahr News: साइबर क्रिमिनल देश में भोले भाले लोगों को अपनी ठगी का शिकार बना रहे है। SSP ने बताया कि साइबर क्रिमिनल टारगेट का सोशल मीडिया अकाउंट से पूरी डिटेल जान लेते है, उसके बाद इंटरनेट काल करके टारगेट को काल करते हैं।
Bulandshahr News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भले ही बढ़ते साइबर क्राइम और डिजिटल अरेस्ट के मामलों को लेकर चिंता जता चुके हो, लेकिन साइबर क्राइम के मामले कम होने का नाम नहीं ले रहे है। यूपी के बुलंदशहर में साइबर क्राइम और डिजिटल अरेस्ट का मामला उस समय प्रकाश में आया जब कोतवाली नगर में साइबर क्रिमिनल द्वारा छात्र को रेप केस में पकड़ उसकी मां को 4 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट करके रखने का दावा कर खाते से 75000 रुपए ट्रांसफर कराने की रिपोर्ट दर्ज हुई। साइबर क्रिमिनल ने छात्र की मां को 4 घंटे डिजिटली गिरफ्त में रखा। बुलंदशहर के ASP ऋजुल कुमार ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है, साइबर क्राइम टीम पड़ताल कर शीघ्र साइबर क्रिमिनल को अरेस्ट करेगी।
जानिए क्या था पूरा मामला
मोहम्मद आसीम निवासी बीसा कॉलोनी बुलंदशहर ने कोतवाली नगर में अज्ञात साइबर क्रिमिनल के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। आसीम में बताया कि उसका पुत्र कालेज में पढ़ता है 20 सितंबर को उसके घर उसकी पत्नी के नंबर पर फोन आया कि उसका बेटे रेप केस में पकड़ा गया है, बेटे को बचाने के नाम पर कॉलकर्ता ने 2.5 लाख रुपए की डिमांड की, जिसके बाद काल चलती रही, बेटे को बचाने के लिए परेशान मां रुपए ट्रांसफर करने को तैयार हो गई, जिसके बाद महिला साइबर क्रिमिनल से कॉल पर जुड़ी रही और साइबर कैफे जाकर 25-25 हजार रुपए 3 बार में साइबर क्रिमिनल के बताए खाते में ट्रांसफर कर दिए, महिला 4 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट रही, जब कुछ घंटे बाद बेटा घर पहुंचा तो पता चला कि ऐसा कुछ भी नहीं था, उसे किसी ने नहीं पकड़ा था।
साइबर क्रिमिनल ऐसे बनाते हैं जाल, रहें सतर्क
साइबर क्रिमिनल देश में भोले भाले लोगों को अपनी ठगी का शिकार बना रहे है। SSP ने बताया कि साइबर क्रिमिनल टारगेट का सोशल मीडिया अकाउंट से पूरी डिटेल जान लेते है, उसके बाद इंटरनेट काल करके टारगेट को काल करते हैं और फिर उसके परिजन को क्राइम केस में पकड़ने की बात कहकर मोटी रकम ट्रांसफर करने की डिमांड करते हैं, यही नहीं जब तक रकम ट्रांसफर नहीं हो जाती तब तक टारगेट को काल पर रखते हैं यानि डिजिटली अरेस्ट कर लेते हैं।
एसएसपी श्लोक कुमार ने बताया कि किसी भी अनजान काल पर भरोसा न करे AI के माध्यम से कालकर्ता आवाज भी चेंज कर देते हैं। ऐसा काल आने पर तत्काल थाने पर सूचना दें। फेस बुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर आदि सोशल मीडिया प्लेटफार्म से साइबर ठग जानकारी जुटते हैं, एसएसपी ने बताया कि सतर्क रहकर साइबर क्राइम का शिकार होने से बचा जा सकता है।
साइबर क्राइम टीम जांच में जुटी
साइबर ठगी और डिजिटल अरेस्ट को लेकर एएसपी ऋजुल कुमार का कहना है कोतवाली नगर में।माला दर्ज कराया गया है, साइबर क्राइम ते मामले की जांच पड़ताल में जुटी है, पुलिस शीघ्र साइबर क्रिमिनल का पता लगा गिरफ्तार करेगी।