Bulandshahr में PM आवास योजना में घोटाला, बैंक मैनेजर और चेयरमैन की पत्नी भी हुई लाभान्वित

Bulandshahr News: जनपद के बुगरासी नगर पंचायत में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत अपात्रों को लाभान्वित कर उनके मकान बनाए जाने का मामला प्रकाश में आया है।

Report :  Sandeep Tayal
Update:2023-11-27 17:11 IST

बुलंदशहर में पीएम आवास योजना में घोटाला (न्यूजट्रैक)

Bulandshahr News: जनपद के बुगरासी नगर पंचायत में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत अपात्रों को लाभान्वित कर उनके मकान बनाए जाने का मामला प्रकाश में आया है। बुगरासी में एक बैंक मैनेजर की पत्नी के नाम तो 2018 में सभासद रहे वर्तमान चेयरमैन की पत्नी सहित आधा दर्जन अपात्रों को योजना से लाभान्वित किए जाने की डीएम को पत्र भेजकर शिकायत की गई है। हालांकि बुगरासी के चेयरमैन ने खुद को पीएम आवास योजना का उस समय पात्र होने का दावा किया है मामले की शिकायत के बाद बैंक मैनेजर ने लाभ लेने के बाद अब पीएम आवास योजना। की प्राप्त किस्तों को वापस देने के लिए नगर पंचायत में प्रार्थना पत्र दिया है। हालांकि जिला परियोजना अधिकारी ने मामले की जांच कराकर कार्रवाई का दावा किया है।

DM को पत्र भेज फर्जी लाभार्थियों पर की कार्रवाई की मांग

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबका हो अपना घर, इसी उद्देश्य के साथ गरीबों के लिए पीएम आवास योजना वर्ष 2015 में शुरू की थी। वर्तमान समय में शहरी लाभार्थियों को 3 किस्तों में 2.5 लाख रुपए देकर लाभान्वित किया जा रहा है। यूपी के बुलंदशहर में भी हजारों बेघरों को योजना से लाभान्वित कराया गया, लेकिन पीएम आवास योजना में धांधली का मामला उस समय प्रकाश में आया जब स्याना तहसील क्षेत्र की बुगरासी नगर पंचायत निवासी रविंद्र और प्रमोद कुमार ने डीएम को पत्र भेजकर अपात्रों को योजना से लाभान्वित किए जाने की शिकायत की।

शिकायत में दावा किया गया कि जिनके कंधों पर पात्रों का सही चयन कर पीएम आवास योजना से पात्रों को लाभान्वित कराने का दायित्व है उन्होंने मिलकर बुगरासी नगर पंचायत में कई अपात्रों को योजना से लाभान्वित करा डाला, दावा किया गया कि सांठ गांठ के चलते इलाहाबाद बैंक के मैनेजर रहे राजवीर सिंह की पत्नी कमलेश के नाम बकायदा फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से आवेदन किया गया, इनकम टैक्स पेयर की पत्नी ने खुद को पात्र दर्शाने के लिए दस्तावेज तैयार कराए और आवेदन स्वीकृति के बाद मकान निर्माण की किस्त भी प्राप्त कर ली।

पीएम आवास योजना की वेबसाइट पर अंकित डेटा के अनुसार डूडा के जेई, सर्वेयर आदि ने 3 बार भौतिक सत्यापन कर फोटो भी अपलोड की गई, लेकिन किसी ने भी रिटायर्ड बैंक मैनेजर की पत्नी को अपात्र घोषित नहीं किया। यही नहीं बुगरासी नगर पंचायत के वर्तमान चेयरमैन ओमदत्त लोधी को भी अपात्र होने का दावा किया गया है। शिकायतकर्ता ने दावा किया है कि 2018 में वर्तमान चेयरमैन ने अपनी पत्नी के नाम पीएम आवास योजना के तहत लाभ प्राप्त किया। पत्र में आधा दर्जन ऐसे लोगो के नामों का उल्लेख किया गया है जिन्होंने गलत तरीके से योजना का लाभ लिया है।

बैंक मैनेजर की पत्नी योजना की राशि लौटाएगीं

बुगरासी नगर पंचायत के चेयरमैन ओम दत्त लोधी ने बताया रिटायर्ड बैंक मैनेजर राजवीर सिंह की पत्नी कमलेश के नाम से पीएम आवास योजना के तहत चयनित होने पर मकान निर्माण शुरू हो गया था, किस्त भी खाते में चली गई थी, लेकिन अब कमलेश ने योजना के तहत प्राप्त धनराशि लौटने के लिए नगर पंचायत में प्रार्थना पत्र दिया है। यही नहीं उन्होंने दावा किया कि जब पत्नी गायत्री के नाम से आवेदन किया था तब वह एक बैंक के रिकवरी एजेंट का काम करते थे और उस समय नियमानुसार मेरी पत्नी गायत्री पात्र थी और पीएम आवास योजना के तहत मकान बना।

पति-पत्नी दोनों ने लिया पीएम आवास योजना का लाभःचेयरमैन

बुगरासी नगर पंचायत के चेयरमैन ओम दत्त लोधी ने बताया कि राजू उर्फ राजकुमार पुत्र मौमराज और उसकी पत्नी उर्मिला देवी दोनो ने पीएम आवास योजना का लाभ लिया है जो गलत है। मामला संज्ञान में आने के बाद करवाई शुरू कर दी गई है, पति पत्नी दोनो में से एक को ही पीएम आवास योजना का लाभ मिल सकता है। नगर पंचायत द्वारा पति पत्नी दोनो में से एक के विरुद्ध नियमानुसार रिकवरी की करवाई कराई जाएगी। बड़ा सवाल ये है कि आखिर इनकम टैक्स पेयर रिटायर्ड बैंक मैनेजर की पत्नी को चयनकर्ताओ ने कैसे पात्र घोषित कर दिया।

अपात्रों से रिकवरी, दोषियों पर होगी कार्रवाई

बुलंदशहर की जिला परियोजना अधिकारी रजनी सिंह ने बताया कि आवेदन पत्र की जांच के बाद ही लाभार्थी का च्यांनकीय जाता है। बकायदा सर्वे भी होता है। मामले की जांच कराकर लाभार्थियों से रिकवरी को कार्रवाई कराई जाएगी, साथ ही दोषी कर्मचारियों को चिन्हित कर उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भेजी जाएगी।

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