बुलंदशहर गैंगरेप केसः पीड़ित बोले- न्याय न मिला तो करेंगे आत्मदाह

Update: 2016-08-01 19:05 GMT

नोएडाः बुलंदशहर में एनएच-91 पर मां और बेटी से हुए गैंगरेप के मामले में पीड़ित परिवार ने सोमवार देर रात प्रेस कॉन्फ्रेंस की। पीड़ितों ने कहा है कि अगर तीन महीने में न्याय न मिला तो सभी आत्मदाह कर लेंगे। उन्होंने आरोपियों को फांसी देने की मांग की, ताकि भविष्य में कोई इस तरह की वारदात करने की हिम्मत न करे। इस बीच, इस पर भी विवाद हो रहा है कि डीजीपी ने जिन आरोपियों के नाम बताए थे, उनमें से कोर्ट में पेशी के वक्त दो के नाम अलग थे।

पीड़ित ने क्या कहा?

-पीड़ित ने कहा कि उन्होंने बदमाश से कहा था कि पहले मुझे मार दो, फिर जो करना हो करो।

-परिवार के 6 सदस्य साथ जा रहे थे। आरोपियों ने महिलाओं के जेवर उतरवाए और फिर खेत में ले जाकर रेप किया।

-इज्जत बख्श देने की गुहार लगाने के बाद भी बदमाशों ने महिलाओं को नहीं छोड़ा।

-घटना के बाद पानी मांगने पर परिवार के लोगों को थप्पड़ मारे गए। बोलने पर भी बदसलूकी की।

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घबराई हुई है बच्ची

-पीड़ित शख्स ने बताया कि गैंगरेप की शिकार बच्ची घबराई हुई है। उसकी काउंसलिंग की जा रही है।

-उन्होंने सरकार से प्रदेश में लचर कानून-व्यवस्था को भी ठीक करने की मांग की।

-दोषियों को फांसी देने की मांग, ताकि भविष्य में कोई ऐसा दुस्साहस न कर सके।

-खबर ये भी है कि पीड़ित बच्ची ने काफी देर तक बदमाशों से मार्शल आर्ट से मुकाबला किया।

-पिता और बाकी सदस्यों पर हथियार तानने के बाद बदमाश उसे अपनी पकड़ में ले सके थे।

पुलिस पर आरोपी बदलने का आरोप

-रविवार को डीजीपी जावीद अहमद ने पकड़े गए आरोपियों के नाम रईस निवासी सूतारी बुलंदशहर, नरेश उर्फ ठाकुर पुत्र रूपचंद निवासी बठिंडा और बबलू निवासी फरीदाबाद बताए थे।

-डीजीपी के मुताबिक पीड़ित महिलाओं ने तीनों की पहचान की थी।

-सोमवार को जिन आरोपियों को फास्ट ट्रैक कोर्ट में पेश किया गया, उनमें रईस तो था, लेकिन नरेश की जगह हापुड़ के दहपा गांव के शावेज और बबलू की जगह नोएडा के रबूपुरा का जबर सिंह थे।

-कोर्ट ने तीनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।

फोटोः प्रेस कॉन्फ्रेंस करता पीड़ित परिवार का सदस्य

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