Agra News: कर्ज़ेदारों से बचने के लिए रचा अपहरण का फर्जी ड्रामा, मामला है बेहद दिलचस्प
Agra News: आगरा में कर्ज़ेदारो से बचने के लिए अपहरण का फर्जी ड्रामा (fake kidnapping drama) रचने वाले सर्राफा कारोबारी (bullion trader) को पुलिस ने आखिरकार गिरफ्तार कर लिया है ।
Agra News: आगरा में कर्ज़ेदारो से बचने के लिए अपहरण का फर्जी ड्रामा (fake kidnapping drama) रचने वाले सर्राफा कारोबारी (bullion trader) को पुलिस ने आखिरकार गिरफ्तार कर लिया है । पुलिस (UP Police) ने सर्राफा कारोबारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। सर्राफा कारोबारी को अब जेल जाना होगा। सैयां थाना क्षेत्र (Saiyan police station area) का यह मामला बेहद दिलचस्प है। बात 20 मई की है जब सर्राफा कारोबारी छदामी लाल वर्मा अपनी दुकान बंद करके घर लौट रहे थे। रास्ते मे उनका कथित किडनैप हो जाता है।
अपहरण का फर्जी ड्रामा
कटीपुल के पास सर्राफा कारोबारी की बाइक और समान बरामद होता है। उनके भाई विनोद के पास छदामी लाल वर्मा खुद फोन करके बताते है कि उनका किडनैप हो गया है । इतना कहते ही फोन कट जाता है। विनोद वर्मा मामले की जानकारी सैया पुलिस को देते है । एसएसपी मौके पर पहुँचते है । प्रारंभिक छानबीन के बाद सैयां थाने में छदामी लाल वर्मा के अपहरण का मुकदमा दर्ज होता है और पुलिस की जांच शुरू होती है।
इसी बीच विनोद वर्मा के मोबाइल पर मैसेज आता है। छदामी लाल वर्मा की रिहाई के बदले 50 लाख रुपये की मांग की जाती है। मामला बढ़ते देख अधिकारियों के निर्देशन में स्पेशल टीमें सीसीटीवी कैमरे खंगालती हुई झांसी स्टेशन तक पहुँचती है।
पुलिस टीम को यहां छदामी लाल वर्मा की फुटेज मिलती है और पुलिस की नजर में ये बात साफ हो जाती है कि छदामी लाल वर्मा का अपहरण नही हुआ है । बल्कि छदामी लाल वर्मा ही इस पूरे ड्रामे के डायरेक्टर है।
छदामी लाल वर्मा पर 35 लाख का कर्जा हो गया था
मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम ने सर्राफा कारोबारी छदामी लाल वर्मा को पकड़ा और पूछताछ में वारदात का सच सामने आ गया। पुलिस के मुताबिक सर्राफा कारोबारी छदामी लाल वर्मा पर करीब 35 लाख का कर्जा हो गया था। कर्ज़ेदारो से बचने के लिए छदामी लाल वर्मा ने अपने अपहरण की साजिश रची कि उसे इस बहाने कर्ज़ेदारो से कुछ समय के लिए और मोहलत मिल जाएगी लेकिन छदामी लाल वर्मा का दांव उल्टा पड़ गया है। अब उसे जेल जाना पड़ रहा है।