UP में डेंगू का कहर, जालौन जेल के 27 कैदियों की बढ़ाई गई पैरोल की सीमा
डेंग के कहर के चलते पैरोल पर रिहा हुए 27 बंदियों की 60 से 90 दिन बढ़ाई गई पैरोल। कोरोना काल में कैदियों को बच्चा जेल में शिफ्ट किया गया था।
जालौन : उत्तर प्रदेश में बढ़ रहे डेंगू के कहर का असर जेल के कैदियों पर देखने को मिल रहा है। जिले में डेंगू और मलेरिया के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए उरई जेल से कोरोना की दूसरी लहर के दौरान पैरोल पर छोड़े गए 27 बंदियों की पैरोल सीमा बढ़ा दी गई। दरअसल डेंगू का असर पूरे प्रदेश में देखने को मिल रहा है, जिसकी वजह से उरई जिला जेल से पैरोल पर रिहा किए गए कैदियों की समय सीमा बढ़ा दी गई है। जेल के किसी बंदी की 60 दिन तो किसी की 90 दिन पैरोल सीमा बढ़ाई गई है, ताकि जेल में वापस आने पर उनसे कोई खतरा न रहे।
कोरोना से जेल के बंदी हुए थे पॉजिटिव
कोरोना की पहली और दूसरी लहर में जेल भी संक्रमण से अछूता नहीं रहा था। यहां के आधे बंदी और स्टाफ कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए थे। इस वजह से यहां के कैदियों को बच्चा जेल में 14 दिन क्वारंटाइन रहने के बाद ही नए बंदी को बड़ी जेल में लाया जाता है। कोरोना की पहली लहर में उरई जेल से शासन के निर्देश पर 42 बंदियों को पैरोल पर छोड़ा गया था।
दूसरी लहर में छोड़े गए थे 27 कैदी
कोरोना की दूसरी लहर में जेल के 27 कैदियों को पैरोल पर छोड़ना पड़ा था। वहीं, डेंगू और मलेरिया के बढ़ते खतरे के बीच बंदियों की पैरोल अवधि को 60 से 90 दिन के लिए बढ़ा दिया गया है। कुछ बंदियों का पैरोल 60 दिन बढ़ाया गया है जबकि कुछ का 90 दिन बढ़ाया गया है, ताकि उनके वापस आने पर जेल में डेंगू या फिर मलेरिया हावी ना हो सके। सरकार बीमारी का प्रसार रोकने के लिए हर मुमकिन उपाय कर रही है।