अभी कहां खत्म हुआ है सीएए के विरोध में लखनऊ के घंटाघर का धरना?

सीएए के विरोध में राजधानी लखनऊ में मुस्लिम महिलाओं का धरना अपने आप मंे ऐतहासिक रहा। 2 प्रदर्शनकारी महिलाओं की तबियत खराब होने से जान तक चली गयी। प्रदर्शन से हटने के बाद महिलाएं धरना स्थल पर दुपट्टा छोड़कर गई हैं।

Update: 2020-03-23 08:44 GMT

लखनऊ: सीएए के विरोध में राजधानी लखनऊ में मुस्लिम महिलाओं का धरना अपने आप मंे ऐतहासिक रहा। 2 प्रदर्शनकारी महिलाओं की तबियत खराब होने से जान तक चली गयी। प्रदर्शन से हटने के बाद महिलाएं धरना स्थल पर दुपट्टा छोड़कर गई हैं।

उन्होंने एक ज्ञापन भी सहायक पुलिस आयुक्त चैक को सौंपा है। जिसमें कहा गया है कि अभी धरना खत्म नहीं हुआ है, हम फिर आएंगे। इसलिए प्रदर्शनकारी महिलाओं ने अपने दुपट्ट भी वहां छोड़ दिए हैं।

इस दौरान प्रदर्शनकारी इन मििहलाओं को हटाने का कई बार प्रयास किया गया लेकिन मौलाना कल्बे सादिक ने जब कोरोना के खतरे को देखते हुए लोगों से धरना खत्म करने की अपील की तो धरना खत्म हो गया। यह धरना 17 जनवरी से चल रहा था।

इसे खत्म करने का राज्य सरकार ने काफी प्रयास किया पर प्रदर्शनकारी महिलाओं के अड़ियल रुख को देखते हुए पुलिस प्रशासन को पीछे हटना पड़ा था।

ये भी पढ़ें...महिला प्रदर्शनकारी का दर्द: बोली- CAA का विरोध करने के लिए ऐसे किया गया मजबूर

ये भी पढ़ें...लोकसभा में गृहमंत्री अमित शाह ने कहा- CAA पर हर सवाल का जवाब देने को हूं तैयार

दो माह से ज्यादा चले इस प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने कई बार प्रदर्शनकरियों को हटाने का अथक प्रयास किया एक दर्जन से ज्यादा मुकदमे दर्ज किये प्रदर्शनकारी महिलाओं के परिवार वालों को गिरफ्तार तक किया गया ।

कड़कड़ाते जाड़े में पुलिस ने कम्बल छीने खाने पीने का सामान तक नही पहुंचने दिया ।प्रदर्शनकरियों के समर्थन में आए लोगों को परेशान किया गया। घण्टाघर पे बने बाथरूम तोड़ डाले गए टेंट तक नही लगने दिया । इस बीच कई बार भयानक ठंड पड़ी बारिश हुई और ओले गिरे ।

ममता का बांग्लादेशी प्रेम: शरणार्थियों को दिया ऐसा तोहफा, CAA-NRC हो जायेगा फेल

धर्म गुरुओं ने महिलाओं से की थी अपील

मगर अब जब के देश करोना जैसी महामारी से जूझ रहा है तो कई धर्म गुरुओं ने धरना समाप्त करने की अपील महिलाओं से की और आज उन महिलाओं ने अपना धरना समाप्त कर दिया। प्रदर्शनकारी महिलाओं ने कहा है कि कोरोना खत्म होगा तो हम फिर आएंगे।

धरना स्थल पर सांकेतिक तौर पर मौजूदगी के लिए प्रदर्शनकारी महिलाएं अपना दुपट्टा छोड़ गई हैं। सुबह 7.30 बजे धरना समाप्त होने के बाद पुलिस ने कोरोना के चलते सभी महिलाओं को सुरक्षित उनके घर तक पहुंचाया ।

CAA-NRC: आंदोलनकारियों की तस्वीरें चौराहों पर लगाना गैरकानूनी: कांग्रेस

Tags:    

Similar News