वाराणसी में छाया न्यूजट्रैक: मासूम को मिलाया मम्मी-पापा से, खुशी में डूबा परिवार
पिछले एक पखवारे से मां के आंचल से दूर रहने वाली मासूम चम्पक के लिए गुरुवार की सुबह खुशियों की सौगात लेकर आया। सीएए के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल चम्पक की मां की एकता शेखर गुरुवार की सुबह जिला जेल से रिहा हो गईं।
वाराणसी: पिछले एक पखवारे से मां के आंचल से दूर रहने वाली मासूम चम्पक के लिए गुरुवार की सुबह खुशियों की सौगात लेकर आया। सीएए के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल चम्पक की मां की एकता शेखर गुरुवार की सुबह जिला जेल से रिहा हो गईं। अपनी मां के देख चम्पक की खुशियां देखती बन रही थी तो बेटी को पाकर एकता भी अपने आंसू नहीं रोक पाई।
जीवन का सबसे मुश्किल लम्हा
एकता और अन्य 14 प्रदर्शनकारियों की रिहाई का आदेश बुधवार को ही जेल में पहुंच गया था। लेकिन देर होने के चलते रिहाई नहीं हो पाई। गुरुवार की सुबह एकता जेल से रिहा हुईं तो स्वागत करने वालों में परिजनों के साथ कांग्रेस नेता अजय राय भी शामिल थे। जेल से छूटने के बाद एकता सीधे अपने घर पहुंचीं, जहां बेटी चम्पक ने अपनी मां का स्वागत किया। बेटी को देख मां की आंखें डबडबा गईं। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने बेटी से अलग रहने के इस लम्हे की अपनी जिंदगी का सबसे कठिन दौर बताया।
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चम्पक ने लगाई थी पीएम से गुहार
एकता के साथ उनके पति रवि शेखर भी जेल में बंद हूं। हालांकि अभी तक उनकी रिहाई नहीं हो पाई है। अपने मम्मी पापा को जेल से छोड़ने के लिए मासूम चम्पक ने पीएम मोदी से गुहार लगाई थी। पिछले दिनों वह अपनी दादी के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय कार्यालय पहुंचीं थी। दरअसल बनारस के बेनियाबाग में हुए प्रदर्शन के बाद 56 लोगों को जेल में बंद लिया गया है। ये सभी लोग सीएए के खिलाफ हुए प्रदर्शन में शामिल हुए थे।
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