Atiq Ahmed: अतीक जमीन कब्जा कर बदल रहा था 'डेमोग्राफी', योगी सरकार कर रही आयोग गठित ! पीड़ितों को मिलेगा हक
Atiq Ahmed News: अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ ने प्रयागराज में हजारों लोगों की घर-जमीनों पर कब्जा किया था। भूस्वामियों को डरा-धमकाकर या उन्हें मामूली रकम देकर उनकी जमीन अपने नाम करा लेता था। अतीक की मौत के बाद अब पीड़ित पुलिस के पास पहुंचने लगे हैं।
Atiq Ahmed : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चार दशकों से भी अधिक समय तक माफिया अतीक अहमद (Atiq Ahmad) और उसके परिवार द्वारा सताए पीड़ितों में अब न्याय की आस जगी है। अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ और बेटे असद की मौत के बाद तमाम पीड़ित अब यूपी पुलिस से संपर्क कर रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए योगी सरकार नई मुहिम शुरू कर सकती है। इस दिशा में सकारात्मक असर के लिए मंथन जारी है।
यूपी सरकार आयोग बनाकर माफिया से पीड़ितों से शिकायती पत्र लेने के प्रयास में है। ताकि, उनकी जमीन और मकान, जिन्हें अतीक अहमद और अशरफ ने डर दिखाकर कब्जा लिया था, उसे वापस लिया जा सके। जल्द ही इस बारे में कोई अहम फैसला लिया जा सकता है।
अतीक-अशरफ की मौत के बाद पीड़ित पहुंचे पुलिस के पास
बाहुबली माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ ने प्रयागराज में हजारों लोगों की जमीनों पर अवैध कब्जा कर लिया था। कई जगह डर दिखाकर तो कहीं भूस्वामियों को मामूली रकम देकर उनकी जमीन और घर अपने नाम करा लिए थे। अतीक जान से मार डालने का खौफ दिखाता था। भय से कोई पुलिस में शिकायत करने की हिम्मत नहीं जुटा पाता था। लेकिन ,अब जब अतीक और अशरफ की मौत हो चुकी है। ऐसे तमाम लोग अब पुलिस के पास पहुंचने लगे हैं जिनकी संपत्ति कब्ज़ा ली गई थी। इस संबंध में सरकार स्तर पर बैठक में गहन चर्चा हुई। अधिकारी इसकी रूपरेखा तैयार करने में जुटे हैं कि किस तरीके से पीड़ितों की शिकायतों को जमा कर कानूनी तरीके से उनकी संपत्तियों को वापस दिलाया जाए।
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'डेमोग्राफी' बदलने में जुटा था अतीक
जांच में ये बात भी सामने आई है कि, अतीक अहमद और अशरफ के चुनाव हारने के बाद दोनों भाइयों को प्रयागराज में अपनी सियासी जमीन खिसकती नजर आई। कमजोर पड़ती पकड़ और अपना वोट बैंक बढ़ाने के लिए अतीक और उसके परिवार ने क्षेत्र की जनसांख्यिकी (Demography) बदले की साजिश रची। अपने मकसद को आगे बढ़ाने के लिए अतीक परिवार ने तमाम जमीनों पर कब्जा कर या कम कीमत पर खरीदकर उसे मुस्लिमों को बेचने लगा।
...ताकि परंपरागत वोटर बन जाए परिवार
अतीक परिवार द्वारा इन जमीनों को बाजार भाव से कम कीमत पर बेचा जाता था। इसका मकसद था कि खरीदार और उसका परिवार उनका परंपरागत वोटर बन जाए। अतीक अहमद इसी मकसद से अपनी पत्नी शाइस्ता परवीन (Shaista Parveen) को राजनीति में ला रहा था। वहीं, शूटर गुलाम मोहम्मद को भी चुनाव लड़वाना चाहता था। अतीक की योजना अपने साम्राज्य को संभालने के लिए बेटे असद को भी राजनीति में लाने की फ़िराक में था।