विधान परिषद में गूंजा महिला उत्पीड़न का मामला, विपक्ष बोला- नहीं हो रही सुनवाई

दीपक सिंह ने कमेटी गठित करने की मांग की, लेकिन सरकार ने कहा कि पहले वे सूची दें। नेता सदन ने कहा जब तक सूची नहीं तब तक कमेटी नहीं। सरकार के जवाब से असंतुष्ट कांग्रेस सदस्य ने सदन से वाकआउट किया।

Update: 2021-03-04 15:19 GMT
दीपक सिंह ने कमेटी गठित करने की मांग की, लेकिन सरकार ने कहा कि पहले वे सूची दें। नेता सदन ने कहा जब तक सूची नहीं तब तक कमेटी नहीं।

लखनऊ: कांग्रेस के दीपक सिंह ने राज्य में महिला उत्पीड़न व हत्याओं की बढ़ती हुई घटनाओं पर नियंत्रण ना किये के चलते कानून व्यवस्था ध्वस्त व असंतुलित होने का मामला कार्य स्थगन के रूप में उठाया। दीपक सिंह ने कहा पीड़ितों की सुनवाई नहीं हो रही है। परिवार न्याय पाने के लिए भटक रहे हैं। बीते सात माह में विधान भवन और लोकभवन के सामने 363 पीड़ितों ने आत्मदाह किया है।

नेता सदन डाॅ दिनेश शर्मा ने सदस्य को चुनौती देते हुए कहा कि उनके द्वारा पेश आंकड़े सत्य से परे हैं। विधान भवन व लोकभवन के सामने मात्र तीन घटनाएं हुयी हैं और उन्हें भी प्रेरित किया गया था जिसमें प्रेरित करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की गयी है। उन्होंने कहा सदस्य 363 की जगह अगर वे 63 या फिर 13 आत्मदाह के मामलों की सूची सदन में रखें तो वे मामले की जांच सपा सदस्य नरेश उत्तम की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित कर करवायेंगे।

दीपक सिंह ने कमेटी गठित करने की मांग की, लेकिन सरकार ने कहा कि पहले वे सूची दें। नेता सदन ने कहा जब तक सूची नहीं तब तक कमेटी नहीं। सरकार के जवाब से असंतुष्ट कांग्रेस सदस्य ने सदन से वाकआउट किया। अधिष्ठाता जयपाल सिंह व्यस्त ने कांग्रेस सदस्य को सूची उपलब्ध कराने को कहा।

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''किसी शिक्षक का उत्पीड़न नहीं होने दिया जायेगा''

शिक्षक दल के सुरेश कुमार त्रिपाठी एवं ध्रुव कुमार त्रिपाठी ने अम्बेडकर नगर जिले के सुभाष राष्ट्रीय इण्टर कालेज, सैदही के प्रबन्धक द्वारा की जा रही अनियमितताओं का मामला कार्य स्थगन के रूप में उठाते हुए कहा कि अयोग्य व्यक्ति को पद दिया गया। नेता सदन डाॅ दिनेश शर्मा ने कहा कि किसी शिक्षक का उत्पीड़न नहीं होने दिया जायेगा। अपर शिक्षा निदेशक माध्यमिक से मामले की जांच होगी।

बसपा के दिनेश चन्द्रा, अतर सिंह राव, सुरेश कुमार कश्यप, महमूद अली एवं भीमराव अम्बेडकर ने शामली के मोहल्ला-दक्षिणी सुभाष नगर निवासी ओमवीर कश्यप की पुलिसकर्मियों व अन्य व्यक्तियों द्वारा की गयी मारपीट के कारण हुई मृत्यु का मामला कार्य स्थगन के रूप में उठाया। ग्राहय्ता पर बोलते हुए भीमराव अम्बेडकर और सुरेश कुमार कश्यप ने कहा कि अत्यधिक मारपीट के कारण ओमवीर की मौत हुयी। मुकदमा दर्ज है लेकिन काई कार्रवाई नहीं हुयी। नामजद पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है।

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नेता सदन ने घटना पर कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण हृदय गति से रूकना बताया गया है। जिसपर सुरेश कश्यप ने कहा कि हम सब जानते हैं कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट बदलती रही हैं। नामजद गिरफ्तार किये जायें और मृतक परिवार को आर्थिक सहायता दी जाये। नेता सदन ने कहा कि रिपोर्ट दर्ज है परिवार को पांच लाख की सहायता दी गयी है। विवेचना जारी है। कार्रवाई अवश्य होगी। सरकार के जवाब से बसपा सदस्य संतुष्ट नहीं हुए और कानून व्यवस्था ध्वस्त है, योगी बाबा मस्त हैं-के नारे लगाते हुए सदन से वाकआउट कर गये।

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