UP में IPS पर गैंगेस्टर: योगी सरकार के गठन के पहले कार्रवाई से मचा हड़कंप, जाने पूरा मामला

UP: यूपी में दो साल पहले प्रकाश में आए पशुपालन विभाग में आपूर्ति के नाम पर हुए घोटाले में रिटायर्ड आईपीएस समेत 20 लोगों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया है।

Published By :  Vidushi Mishra
Update: 2022-03-23 03:44 GMT

आईपीएस (फोटो साभार- सोशल मीडिया) 

UP IPS Gangster Case: यूपी में दो साल पहले प्रकाश में आए पशुपालन विभाग में आपूर्ति के नाम पर हुए घोटाले में रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी अरविंद सेन समेत 20 लोगों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया है। योगी सरकार गठन के पहले ही इस कार्रवाई पर हडकम्प मच गया है।

जांच में सामने आया था कि यह गिरोह दूसरे राज्यों गुजरात, कर्नाटक, दिल्ली व मध्य प्रदेश आदि से बड़े कारोबारियों को यूपी में ठेका दिलाने के नाम पर सौदा करते थें । फिर उन्हें ठेका दिलवाने का काम करते थें। सभी आरोपी जेल में बंद हैं। गिरोह का सरगना आशीष राय है। गिरोह में सचिवालय में तैनात तीन निजी सचिव व सिपाही शामिल थे।

सभी के खिलाफ प्रभारी निरीक्षक हजरतगंज श्याम बाबू शुक्ला ने यूपी गिरोह बंद समाज विरोधी क्रिया कलाप अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया है। प्रांतीय पुलिस सेवा से प्रोन्नत 2003 बैच के आईपीएस अधिकारी अरविंद सेन पुलिस उप महानिरीक्षक पद तक पहुंचे थे, लेकिन घोटाले में आरोपित होने के बाद शासन ने उन्हें निलंबित कर दिया था।

इस मामले में आशीष इस गैंग का सरगना के रूप में सामने आ चुका है। यह गिरोह विधान भवन स्थित अधिकारियों व मंत्रियों के कमरे में बैठकर खुद को उनका करीबी बताकर काम दिलवाने के नाम पर करोड़ों रुपये वसूलते थे।

जांच में यह बात भी सामने आई कि जब दूसरे राज्यों के व्यापारियों को काम नहीं मिलता था इस गिरोह में शामिल पत्रकार और पुलिस अधिकारी उन्हें धमकी देते थें।

इस मामले में सबसे पहले एमपी के एक बिजनेस मैन मंजीत भाटिया ने नौ करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की बात पुंलिस को बताई। तब  एसटीएफ की जांच में पूरा मामला सामने आया और 13 जून 2020 को हजरतगंज में मुकदमा दर्ज किया गया था।

मंजीत भाटिया उर्फ रिंकू ने  हजरतगंज पुलिस स्टेशन में इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कराई थी।  प्राथमिकी में 13 आरोपियों के नाम थे और जांच के दौरान इस मामले में अरविंद सेन का नाम भी आया था।  

पूर्व आईपीएस अधिकारी अरविंद सेन पर आरोप है कि उन्होंने अपने ही बैंक खाते में 10 लाख रुपये रिश्वत लिए थे। वहीं इससे पहले यूपी के पशुपालन विभाग में आटे की सप्लाई के नाम पर ठगी हो चुकी है। मामला में गुजरात के व्यापारी नरेन्द्र पटेल ने  दर्ज करायी थी, जिसमें पत्रकारों, अधिकारियों ने व्यापारी को पशुधन विभाग में ठेका दिलाने को लेकर करोड़ों रूपये ठगे थे।

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