Kumbh 2025: महाकुंभ 2025 के लिए केंद्र सरकार ने जारी की पहली किस्त

Kumbh 2025: केंद्र सरकार की तरफ से 2100 करोड़ रुपये की विशेष अनुदान सहायता राशि स्वीकृत की गई है। इसकी पहली किस्त के रूप में मंगलवार को 1050 करोड़ रुपये जारी किए गए।

Update:2024-12-03 21:45 IST

Kumbh 2025: महाकुंभ के लिए केंद्र सरकार ने जारी की पहली किस्त (newstrack)

(न्यूजट्रैक)

Kumbh 2025: एक तरफ़ महाकुम्भ के लिए जहां राज्य सरकार तमाम इंतजाम कर रही है, तो वहीं अब केंद्र सरकार की तरफ से 2100 करोड़ रुपये की विशेष अनुदान सहायता राशि स्वीकृत की गई है। इसकी पहली किस्त के रूप में मंगलवार को 1050 करोड़ रुपये जारी किए गए। केंद्र सरकार के इस योगदान पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिव्य-भव्य-डिजिटल महाकुम्भ की संकल्पना की सिद्धि में इस उपहार को सहायक बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार जताया।

महाकुम्भ को दिव्य-भव्य बनाने के लिए डबल इंजन सरकार संकल्पित

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 'एक्स' पर पोस्ट कर पीएम मोदी के प्रति आभार जताया। मुख्यमंत्री ने लिखा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के यशस्वी मार्गदर्शन में डबल इंजन की सरकार विश्व के सबसे बड़े सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक समागम 'प्रयागराज महाकुम्भ-2025' को दिव्य एवं भव्य बनाने हेतु संकल्पित है।

सुव्यवस्थित महाकुम्भ को साकार रूप देने में मिलेगी सहायता

सीएम योगी ने लिखा कि इस श्रृंखला में केंद्र सरकार द्वारा 2,100 करोड़ रुपये की विशेष अनुदान सहायता राशि स्वीकृत की गई, जिसमें से आज 1,050 करोड़ की पहली किस्त जारी कर दी गई है। केंद्र सरकार के इस सहयोग से श्रद्धालुओं के लिए स्वच्छ, सुरक्षित एवं सुव्यवस्थित महाकुम्भ को साकार रूप देने में सहायता मिलेगी। दिव्य-भव्य-डिजिटल महाकुम्भ की संकल्पना की सिद्धि में सहायक इस उपहार हेतु प्रधानमंत्री जी का हृदय से आभार।

वीआईपी मूवमेंट वाले किला घाट पर स्पेशल फोर्स की तैनाती

महाकुंभ को लेकर वीआईपी मूवमेंट वाले किला घाट पर सुरक्षा के लिहाज से विशेष इंतजाम किए गए हैं। किसी भी तरह की कोई परेशानी ना हो इसके लिए स्पेशल फोर्स की तैनाती की जा रही है, जिससे देश विदेश से आने वाले एक भी श्रद्धालु को किसी प्रकार की दिक्कत न होने पाए। यही नहीं, सरस्वती घाट से लेकर संगम घाट तक कड़ी सुरक्षा का विशेष इंतजाम किया जा रहा है। यहां डीप बैरिकेडिंग की जा रही है। इसके अलावा घाट पर चारों तरफ जाल लगाने का काम अपने अंतिम चरण में पहुंच गया है। वहीं सुरक्षा के लिहाज से सुरक्षा में लगे जवानों के द्वारा मॉकड्रिल भी किया जा रहा है। महाकुम्भ को सफ़ल एवं बिना किसी बाधा के पूर्ण कराने के उद्देश्य से 4वीं वाहिनी और 42वीं वाहिनी के पीएसी के बाढ़ राहत दलों ने संगम घाट और विकसित किए जा रहे स्नान घाटों की भौगोलिक स्थिति का भी निरीक्षण किया। प्रभारी पुलिस महानिरीक्षक, पूर्वी जोन, प्रयागराज डॉ. राजीव नारायण मिश्र ने जवानों को सजग रहकर अपने दायित्व का निर्वहन करने का निर्देश दिया।

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