Chandauli News: एसडीएम के कड़े निर्णय का दिखा असर, बाकीदार ने कर दिया ऐसा काम
Chandauli News: कुर्की के बाद भी पैसे नहीं जमा किए, तब उप जिलाधिकारी ने जमीन को नीलाम करने के लिए कार्यवाही कर दी थी। नीलम होने के पहले ही बाकीदार ने पीसीएफ 4583542 रुपए में 17 लाख रुपए जमा कर बाकी के जमा के लिए समय मांगी है।
Chandauli News: चंदौली जनपद के सकलडीहा तहसील के उप जिलाधिकारी अनुपम मिश्रा द्वारा लगातार बाकीदारों पर सरकारी पैसे को जमा करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। अगर वह दिए गए समय पर पैसा नहीं जमा कर देते हैं तो उनके खिलाफ कुर्की एवं नीलामी की कार्यवाही लगातार जारी है, जिसका परिणाम है कि जहां नीलामी के डेट घोषित करने के बाद एक बाकीदार ने 17 लख रुपए जमा किया वहीं दूसरे बाकीदार ने कुर्की की कार्यवाही के बाद 2,73,800 रुपए भी तत्काल जमा कर अपनी जान बचा ली।
आपको बता दें कि चंदौली जनपद के सकलडीहा तहसील के उप जिलाधिकारी लगातार सरकारी बकाया पैसे को जमा करने के लिए बाकीदारों पर दबाव बना रहे हैं, जिसका परिणाम है कि नीलामी कि तिथि से पहले ही पीसीएफ के 4583542 रुपए के बाकीदार मेसर्स लक्ष्मी एग्रो इंडस्ट्रीज खडेहरा प्रोपराइटर रामलाल सिंह पुत्र स्व0 सर्वजीत वगै0 द्वारा 1700000 (सत्रह लाख ) रुपए संग्रह अनुभाग सकलडीहा में जमा किए है।
बाकीदार को नोटिस के बाद गिरफ्तारी वारंट जारी
पीसीएफ के बकाया होने के कारण इनको कई बार नोटिस दी जा चुकी थी, गिरफ्तारी वारंट भी जारी हुआ था, उसके बाद भी नहीं उपस्थित हुए तो कुर्की की करवाई कर दी गई थी, कुर्की के बाद भी नहीं जमा किए, तब उप जिलाधिकारी ने जमीन को नीलाम करने के लिए कार्यवाही कर दी थी। नीलम होने के पहले ही बाकीदार ने पीसीएफ 4583542 रुपए में 17 लाख रुपए जमा कर बाकी के जमा के लिए समय मांगी है।
एक दूसरे मामले में स्टाम्प देय के 273800 व ब्याज के बाकीदार बंशनारायण उर्फ सुनील निषाद पुत्र हरिराम निषाद निवासी ग्राम महुअर कलां परगना महुआरी द्वारा बलुआ मौजा में स्थित अपने स्कूल की भूमि की कुर्की के पश्चात तत्काल 273800 रुपए व ब्याज संग्रह अनुभाग सकलडीहा में जमा किए।
वहीं बैंक देय , स्टाम्प देय एवं परिवार न्यायालय के बाकीदारो द्वारा भी कार्यवाही के डर से कुल 215000 रुपए सम्बंधित संग्रह अमीन से रसिद कटवा कर जमा किया गया। इस प्रकार कुल 2403859 रुपए की वसूली उप जिला अधिकारी सकलडीहा के कड़े निर्णय लेने के कारण बाकीदारों द्वारा कम समय में तहसील में किया गया है।