Chandauli News: सपा प्रत्याशी वीरेंद्र सिंह ने महेंद्र नाथ पांडेय को बताया बहुरुपिया, जानें क्यों?

Chandauli News: सपा प्रत्याशी वीरेंद्र सिंह की बात कुछ लोगों को हास्यास्पद भी लग रही है, जो 70 साल से वोट देने का अधिकार नहीं समाप्त हुआ, इस बार कैसे यह अंतिम मतदान होगा।

Report :  Ashvini Mishra
Update: 2024-04-06 09:31 GMT

 सपा प्रत्याशी वीरेंद्र सिंह (Newstrack)

Chandauli News: चंदौली संसदीय क्षेत्र के समाजवादी पार्टी व इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी वीरेंद्र सिंह को भाजपा के प्रत्याशी व केंद्रीय मंत्री डॉ महेंद्र नाथ पांडेय से इतना खौफ है कि अपने प्रचार के दौरान न जाने क्या-क्या जनता के बीच में बोल रहे है । आपको भी सुनने के बाद हैरानी हो जाएगी। समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी वीरेंद्र सिंह का चुनाव प्रचार जोरों पर चल रहा है। 

वीरेंद्र सिंह ने सकलडीहा विधानसभा के चहानिया क्षेत्र में चुनाव प्रचार के दौरान केंद्रीय मंत्री व भाजपा प्रत्याशी को महेंद्रनाथ पांडेय को बहरूपिया कहा है। उन्होने कहा कि 10 साल के बीच जनता की सुध लेने नहीं आए। अब चुनाव में आंसू बहाकर बहरूपिया बनकर वोट मांगने की बात कह रहे हैं। यही नहीं सपा प्रत्याशी जहां जा रहे हैं, वहां जनता के बीच में संविधान बदलने व वोट का अधिकार खत्म करने जैसी भी बात कह रहे हैं। वह सीधे-सीधे अपने संबोधन में लोगों से कह रहे हैं कि यह मतदान आपके लिए अंतिम मतदान होगा। अगर भाजपा सरकार आएगी तो आपका आरक्षण समाप्त कर देगी, नौकरी खत्म हो जाएगी और संविधान पूरी तरह से बदल दिया जाएगा। बाबा साहब के संविधान को भाजपा समाप्त करना चाहती।

सपा प्रत्याशी की बात कुछ लोगों  को हास्यास्पद भी लग रही है, जो 70 साल से वोट देने का अधिकार नहीं समाप्त हुआ, इस बार कैसे यह अंतिम मतदान होगा। सबसे बड़ी बात है की विपक्षियों के लिए या तो यह अंतिम मतदान समझ में आ रहा हैं कि अगर हम नहीं जीते तो फिर हमारे लिए आने वाले समय में जीत मुश्किल हो जाएगी, या फिर अपने जीत के लिए इस तरह के हथकंडे अपनाकर लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।

सपा प्रत्याशी को 10 साल से सांसद रहे व वर्तमान भाजपा प्रत्याशी का किया गया कोई कार्य नहीं दिख रहा है। यह कहा जा रहा है कि 10 वर्षो में उन्होंने कोई कार्य नहीं किया है। उनकी नाकामी ही हमको जीत दिलाएगी। चंदौली से लगातार दो बार चुने जाने वाला सांसद कभी किसानों व आम जनता के बीच में विषम परिस्थितियों में भी नहीं पहुंचते हैं, जिससे लोगों में आक्रोश है।  

Tags:    

Similar News