पात्रों को नहीं मिल रहा आवास, अपात्र खा रहे रसगुल्ले
गुड़िया देवी पत्नी रामकेश निवासी बरुई ग्राम पंचायत रुकमा बुजुर्ग तहसील मानिकपुर जनपद चित्रकूट की मूल निवासी है. महिला द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास की मांग की गई थी जिसमें प्रधान गोमती देवी पत्नी इंद्राज एवं सचिव विपिन कुमार कश्यप द्वारा अपात्र दर्शा कर निरस्त कर दिया गया।
मानिकपुर/चित्रकूट: 21वीं सदी के भारत मे आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि आज भी सरकारी योजनायओं का लाभ पात्रों को न मिलकर अपात्रों को मिलता है। ये सब मुममिन हो रहा है अधिकारियों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के गठजोड़ से।
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यह मामला नया नहीं है, ऐसे ही कई प्रकरण सामने आये हैं, जिसमे कई अपात्रों को प्रधानमंत्री आवास दे दिये गए और पात्रों को लाभ मिला ही नहीं। अब ये अधिकारियों की लापरवाही कहें या फिर भृस्टाचार लेकिन नुकसान गरीब का ही होता है।
ताजा मामला है ग्राम पंचायत रुकमा बुजुर्ग के बरुई गांव का, जहां एक पात्र को प्रधानमंत्री आवास सिर्फ सचिव की गलती से नहीं मिला।
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जानकारी के अनुसार, गुड़िया देवी पत्नी रामकेश निवासी बरुई ग्राम पंचायत रुकमा बुजुर्ग तहसील मानिकपुर जनपद चित्रकूट की मूल निवासी है. महिला द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास की मांग की गई थी जिसमें प्रधान गोमती देवी पत्नी इंद्राज एवं सचिव विपिन कुमार कश्यप द्वारा अपात्र दर्शा कर निरस्त कर दिया गया।
प्रार्थी ने कहा...
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प्रार्थी की मानें तो सचिव की लापरवाही से उन्हें आवास नहीं मिला। प्रार्थी के अनुसार सचिव द्वारा संदर्भ संख्या 60000 1900 950 23 एवं 600001 9009 3996 पत्रांक संख्या 646 ने जो आख्या प्रस्तुत किया है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि प्रस्तुत आख्या पूर्ण रूप से तथ्य हीन है, क्योंकि सचिव विपिन कुमार कश्यप द्वारा दूसरे व्यक्ति के मकान की फोटो प्रमाणित कर जो आख्या शासन को प्रस्तुत किया है वह पूर्ण रूप से गलत है, क्योंकि वह मकान मजरा बरुई के शिव प्रसाद एवं मुखिया मवासी का मकान है।
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जिसमें दर्शाया गया है कि मेरे द्वारा मौके पर मुआयना किया गया है जिसमें प्रार्थिनी का घर अटारी दार बना है जिसमें ढोका, पत्थर तथा सीमेंट की दीवार है और प्रार्थिनी का आवास पूर्ण रूप से सही हालत में है, अतः प्रार्थिनी आवास हेतु अपात्र है, जो कि प्रधान व सचिव द्वारा प्रस्तुत आख्या पूर्ण रूप से झूठी व मनगढ़ंत है, जिसकी प्रशासन द्वारा जांच कराई जाये।
जिससे प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ प्रार्थिनी को मिल सके. इसके साथ ही प्रार्थी का कहना है कि सचिव द्वारा प्रशासन को कई बार गलत आख्या प्रस्तुत कर गुमराह किया गया है, जिसकी निष्पक्ष जांच कराना नितांत आवश्यक है, जिसकी पुनरावृत्ति ना हो।
लगाया आरोप...
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सचिव विपिन कुमार कश्यप एवं प्रधान श्रीमती गोमती देवी द्वारा यह भी आरोप लगाया गया है कि प्रार्थिनी यहां मजरा बरूई अहिरान में नहीं रहती है, वर्तमान में बाहर है दर्शाया गया है, जोकि शासन को भेजी गई जांच आख्या पूर्ण रूप से गलत है।
कानूनी कार्यवाही की मांग...
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प्रार्थनी ने अधिकारियों को दिए पत्र में आवास दिलाए जाने एवं दोषियों पर कठोर कानूनी कार्यवाही करने की मांग की है। ऐसे में सबसे बड़ा प्रश्न ये है कि आखिर गरीबो के साथ अन्याय करके उनकी योजनाएं हड़पने वाले भृष्ट अधिकारी और स्थानीय प्रतिनिधियों पर कब कार्यवाही होगी ?