इस कंपनी ने बाइक कैब में निवेश के नाम 6 हजार लोगों से करोड़ों रुपए ठगे

सेक्टर-63 स्थित एक कंपनी बाइक कैब में निवेश कराने के नाम 6 हजार से अधिक निवेशकों के करोड़ों रुपये लेकर फरार हो गई। प्रत्येक निवेशक से 60 हजार रुपये जमा कराए गए थे। बदले में एक साल तक प्रत्येक माह प्रति व्यक्ति को 9 हजार रुपये दिए जाने थे।

Update: 2019-04-24 16:48 GMT

नोएडा: सेक्टर-63 स्थित एक कंपनी बाइक कैब में निवेश कराने के नाम 6 हजार से अधिक निवेशकों के करोड़ों रुपये लेकर फरार हो गई। प्रत्येक निवेशक से 60 हजार रुपये जमा कराए गए थे। बदले में एक साल तक प्रत्येक माह प्रति व्यक्ति को 9 हजार रुपये दिए जाने थे। बुधवार को 100 से अधिक निवेशकों ने फेज थ्री थाने में तहरीर दी। कार्रवाई न होने पर निवेशकों ने थाने पर हंगामा किया। ज्यादातर निवेशक मेरठ, मुजफ्फरनगर, शामली और सहारपुर क्षेत्र के हैं।

सेक्टर-63 स्थित जी ब्लॉक में अगस्त 2018 में बाइक फॉर यू नामक कंपनी की शुरुआत हुई। बिल्डिंग के भूतल पर कंपनी का कार्यालय था। इस कंपनी ने अपना एक ऑनलाइन विज्ञापन जारी किया था। जिसमें बताया गया था कि एक यह कंपनी ओला बाइक कैब की तर्ज पर राहगीरों को बाइक सेवा उपलब्ध कराती है। कोई भी व्यक्ति इस कंपनी में अपनी बाइक किराए पर लगवाने के लिए पैसे जमा कर सकता है। कंपनी खुद बाइक खरीदेगी और उसे कैब के तौर पर चलवाएगी। प्रत्येक व्यक्ति को 60 हजार 250 रुपये निवेश करने होंगे।

इसके बाद कंपनी निवेशक को एक साल तक प्रत्येक माह 9 हजार रुपये देगी। कंपनी के झांसे में 6 हजार से ज्यादा निवेशकों ने निवेश कर दिया। निवेशकों के खाते में प्रारंभ के कुछ महीने पैसे आए। मगर मार्च माह से कंपनी ने पैसे देने बंद कर दिए। इस पर निवेशकों ने कंपनी में शिकातय की। कंपनी की तरफ से जल्द ही रकम मिलने का आश्वासन दिया गया। मगर जब अप्रैल महीने में भी पैसे नहीं आए तो निवेशकों को अपने साथ ठगी होने का संदेह हुआ।

कंपनी में की तोड़फोड़

17 अप्रैल को काफी संख्या में निवेशक कंपनी के दफ्तर पहुंचे थे। दफ्तर में कंपनी का मालिक नहीं था। कर्मचारी इस संबंध निवेशकों को संतोष जनक जवाब नहीं दे सके। इस पर निवेशकों ने कंपनी के बाहर हंगामा किया। कंपनी में तोड़फोड़ की।

भागी कंपनी

बुधवार को फिर से 100 से अधिक निवेशक कंपनी के बाहर पहुंचे। कंपनी बाहर एक बोर्ड लटका हुआ था जिस पर लिखा था कि कंपनी बिल्डिंग खाली कर चली गई है। इस पर निवेशक भड़क गए।

थाने पर हंगामा

निवेशकों ने बुधवार को फेज थ्री थाने पहुंचकर कंपनी संचालकों के खिलाफ केस दर्ज कराने की मांग की। एसएचओ ने बिना एसएसपी के आदेश के केस दर्ज करने से इनकार कर दिया। इससे गुस्साए निवेशकों ने फेज थ्री थाने के बाहर जमकर हंगामा किया। पुलिस ने सभी निवेशकों को समझाकर शांत कराया। दो घंटे थाने पर जमे रहने के बाद सभी निवेशक चले गए।

ऐसे मिलता था अधिक लाभ

मुजफ्फर नगर के जानसठ निवासी अमित कुमार ने बताया कि मोटी रकम कमाने के लालच में आकर उन्होंने करीब 750 लोगों के पैसे निवेश करा दिए। शलभ कुमार ने बताया उन्होंने भी अपने रिश्तेदार और परिचित 500 से अधिक लोगों के पैसे निवेश करा दिए। निवेश कराने पर प्रति व्यक्ति 3 से 5 हजार रुपये का अतिरिक्त लाभ मिलता था।

कंपनी ने बदल दिया था प्लान

कंपनी ने कुछ ही लोगों को फरवरी माह तक 9 हजार रुपये प्रतिमाह दिए। एक अप्रैल को अचानक कंपनी ने प्लान बदल दिया। कंपनी ने बताया कि अब वह एक साल की बजाय 18 महीने में उनके पैसे लौटाएगी। अब उन्हें 9 हजार की जगह 6 हजार रुपये प्रतिमाह मिलेंगे। इस पर सभी लोग भड़क गए थे।

कंपनी सामान लेकर भागे निवेशक

कंपनी ने कुछ अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान भी प्लान में शामिल कर दिया। इसका निवेशकों ने विरोध किया। 17 अप्रैल को कंपनी में पहुंच कर हंगामा के साथ तोड़फोड़ की। इस दौरान कुछ निवेशक इलेक्ट्रॉनिक के सामान लेकर फरार हो गए।

दिल्ली पुलिस के दो सिपही ठगे गए

दिल्ली पुलिस के दो सिपाहियों ने भी इस कंपनी में लाखों रुपये का निवेश किया था। बुधवार को दोनों सिपाही फेज थ्री थाने पहुंचे। मगर पुलिस ने उनकी भी सुनवाई नहीं की। एक सिपाही ने तीन बाइक के पैसे और दूसरे ने दो बाइक के पैसे निवेश कर रखे थे।

पूर्व में भी हुई इस प्रकार की घटनाएं

शहर में इस प्रकार की करीब दस बाइक कैब कंपनियां शुरु हुई थीं। इससे पूर्व 2 कंपनियां करोड़ों रुपये लेकर फरार हो चुकी हैं। बाइक कैब कंपनी फरार होने की यह तीसरी घटना है। दो सप्ताह पहले सेक्टर-58 थाना क्षेत्र में बाइक कैब कंपनी रकम लेकर भागी थी।

सुधा सिंह, एसपी सिटी ने कहा कि निवेशकों से पैसे लेकर भागने का मामला संज्ञान में आया है। मामले की जांच की जा रही है। जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

Tags:    

Similar News