मुख्यमंत्री ने की समीक्षा, कहा- दोषी छूटे नहीं, निर्दोष का नहीं हो उत्पीड़न
कानपुर : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि उत्तर प्रदेश का मौजूदा शासन कानून से ही चलाया जाय। योगी कानपुर के केडीए सभागार में मण्डलीय कानून व्यवस्था एवं विकास कार्यो की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने पुलिस महानिरीक्षक को निर्देश दिया कि कोई भी दोषी छूटे नहीं और निर्दोष का उत्पीड़न न हो। भू माफियाओं और अपराधियों पर कार्रवाई हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अपरहण को फिर उद्योग न बनने दिया जाय। साथ ही जो पुलिसकर्मी अपराधियों से मिले हैं उनकी जांच कराकर उन्हें सेवा से बर्खास्त कर दिया जाय। उन्होंने कहा कि गौ वंश की रक्षा के लिए नियमों को सख्ती से लागू करें ताकि गौ वंश की तस्करी रोकी जा सके।
मुख्यमंत्री ने मण्डलीय विद्युत अभियन्ता को निर्देशित दिया कि प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर 24 घण्टे बिजली, तहसील मुख्यालय पर 20 घंटे, ग्रामीण क्षेत्र में 18 घंटे बिजली देनी ही है। उन्होंने अधिकारियों को स्वास्थ्य सेवाएं सुधारने के भी निर्देश दिये।
सीएम बनने के बाद पहली बार जब शहर आए योगी आदित्यनाथ तो उनकी अगुवानी में पार्टी के छोटे से लेकर बड़े नेता सीएसए में जुटे रहें। सीएसए में ही सीएम ने जनप्रतिनिधियों से कानून व्यवस्था पर फीडबैक लिया। इस कवायद से जहाँ नेता उत्साहित थे वहीँ अधिकारी पसीना बहाते मिले।
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बांदा दौरे के बाद सीएम आदित्यनाथ का हैलीकाप्टर सीधे सीएसए हेलीपैड पर उतरा। जहां पर घंटों से इंतजार कर रहे कार्यकर्ता व पदाधिकारियों ने भव्य स्वागत किया। इसके बाद सीएम ने सीएसए सभागार में जनप्रतिनिधियों व पदाधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में शहर की कानून व्यवस्था और विकास को लेकर उनसे फीडबैक लिया।
बताया जा रहा है, कि इस दौरान जनप्रतिनिधियों ने सबसे ज्यादा कानून व्यवस्था पर अपनी नाराजगी जताई। कहा गया कि जनता बार-बार सवाल करती है कि वादे तो बहुत किये गये पर हो कुछ नहीं रहा। कानून व्यवस्था पर मिले फीडबैक के बाद सीएम की नजरें टेढ़ी हो गई।
जिसे अधिकारी भांप गये। यहां से उनका काफिला सीधे केडीए सभागार पहुंचा जहां पर वो अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर रहें है। सीएसए से निकलने के दौरान जिस अंदाज में सीएम दिखे उससे अधिकारियों में खौफ साफ देखा गया। सभी को डर सता रहा था कि पता नहीं किन कारणों से गाज गिर जाय। हालांकि समाचार लिखे जाने तक सीएम ने अधिकारियों को फटकार तो लगाई पर किसी के ऊपर गाज नहीं गिराई।
शहर में सीएम के आने पर पार्टी कार्यकर्ता सीएसए पहुंच गये, लेकिन सुरक्षा का हवाला देते हुए पुलिस ने उन्ही को अंदर जाने दिया जिनका पास बना हुआ था। फिर भी कार्यकर्ता वहां नारेबाजी करते रहे।
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