Chitrakoot News: उच्च शिक्षा राज्यमंत्री पहुंची तुलसी जन्म स्थली, किया दर्शन-पूजन
Chitrakoot News: उच्च शिक्षा राज्यमंत्री रजनी तिवारी ने मानस पाठ के बाद कहा कि रामचरित मानस समाज को जीने के लिए एक आदर्श के रूप में महाग्रंथ है। बिन गुरुकृपा के अवसर नहीं प्राप्त होता है।
Chitrakoot News: गोस्वामी तुलसीदास की जन्मस्थली में चल रहे तुलसी जन्म महोत्सव के आठवें दिन श्रीराम चरितमानस के नवान्ह पारायण पाठ के दौरान प्रदेश सरकार की उच्च शिक्षा राज्यमंत्री रजनी तिवारी ने साधु-संतों व श्रद्धालुओं के बीच बैठकर मानस की चौपाइयां पढ़ी। उन्होंने गोस्वामी तुलसीदास की रचित श्रीराम चरितमानस को नमन करते हुए दर्शन किया। नगर पंचायत अध्यक्ष संजीव मिश्रा द्वारा राम मंदिर का स्मृति चिन्ह भेंट किया। उद्योग व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने गोस्वामी तुलसीदास का प्रतीक चिन्ह देते हुए उच्च शिक्षा मंत्री का जोरदार स्वागत किया।
रामचरित मानस आदर्श के रूप में है महाग्रंथ - उच्च शिक्षा राज्यमंत्री
मंगलवार को उच्च शिक्षा राज्यमंत्री रजनी तिवारी ने मानस पाठ के बाद कहा कि रामचरित मानस समाज को जीने के लिए एक आदर्श के रूप में महाग्रंथ है। बिन गुरुकृपा के अवसर नहीं प्राप्त होता है। कहा कि हरि की कथा अनंत है, तुलसीदास महाराज की कृपा से उनके जन्म महोत्सव में आने का सौभाग्य दूसरी बार मिला है। तुलसी जन्मोत्सव प्रदेश में ही नहीं बल्कि पूरे देश और विश्व में इसी प्रकार से मनाने की आवश्यकता है। राजेन्द्र पांडेय, संजीव मिश्रा, उमेश सोनी, अशोक सोनी, शंकरदयाल जायसवाल, सुरेश जायसवाल, राजेश केशरवानी अनिल गुप्ता, भरतलाल जायसवाल, राधेश्याम सोनी आदि लोगों ने पुष्पगुच्छ व स्मृति चिन्ह भेंट किया। राज्यमंत्री तुलसी जन्मकुटीर पहुंचकर नवान्ह पारायण पाठ में शामिल हुईं और मानस की चौपाइयां पढ़ीं।
वृंदावन के संत रामदास महाराज ने अंगवस्त्र भेंटकर राज्यमंत्री से बताया कि तुलसी जन्मकुटीर से लगा राजकीय संस्कृत महाविद्यालय पिछले कई वर्ष से कागजों पर चल रहा है। महाविद्यालय भवन, छात्रावास शासन व प्रशासन की उपेक्षा के चलते खंडहर में तब्दील होता जा रहा है। देववाणी (संस्कृत) की पढ़ाई से छात्र-छात्राएं वंचित हो रहे हैं। महाविद्यालय में समुचित व्यवस्थाओं की मांग किया है। राज्यमंत्री ने भरोसा दिया है कि इस प्रकरण की गंभीरता से जांच कराकर महाविद्यालय की कमियों को दूर किया जाएगा। तुलसी मानस पीठ के पुजारी रामाश्रय त्रिपाठी तथा नगर पंचायत अध्यक्ष संजीव मिश्रा ने राज्यमंत्री को बताया कि 30 से 40 किमी की दूरी पर कोई राजकीय बालिका महाविद्यालय नहीं हैं। क्षेत्र के गरीब वर्ग के लोग उच्च शिक्षा से वंचित रह जाते हैं। प्राइवेट महाविद्यालयों की फीस अधिक होने के कारण इंटरमीडिएट के बाद आगे की पढ़ाई नहीं कर पाती हैं। राजापुर में राजकीय बालिका महाविद्यालय खुलने से गरीब तथा मध्यम वर्ग के लोगों के अभिभावक भी अपने बच्चों को उच्च शिक्षा दिला सकेंगे। राज्यमंत्री ने कहा है कि राजकीय बालिका महाविद्यालय के लिए भूमि की व्यवस्था कराकर प्रस्ताव भेजा जाए। इस दौरान प्रमोद झा, सीओ निष्ठा उपाध्याय, रामाश्रय त्रिपाठी, सतीश मिश्रा, राम प्रसाद गर्ग, रिंकू मिश्रा, विष्णुकांत चतुर्वेदी, हरिमोहन सोनी, भरतलाल सोनी, भगवानदास सोनकर आदि मौजूद रहे।