कड़कड़ाती ठंड से जंग की तैयारी, पहली बार रैनबसेरों का विवरण होगा ऑनलाइन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साफ तौर पर जिलाधिकारियों को बता दिया है कि कम्बल वितरण का कार्य पूरी पारदर्शिता से सुनिश्चित किया जाए। शीतलहर के दौरान गरीबों और निराश्रितों को राहत पहुंचाने का कार्य पूरी तत्परता से करने के लिए कहा है।
लखनऊ। प्रदेश में शीत ऋतु को देखते हुए प्रदेश की योगी सरकार ने अभी से अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। गरीबों को कम्बल तथा रैनबसेरों के साथ ही सार्वजनिक स्थलों पर अलाव जलवाने की व्यवस्था समय से करने को कहा गया है। शीतलहर से बचने के लिए नजदीकी रैनबसेरे को आसानी से खोज की जा सके, इसके लिए इस वर्ष पहली बार शीतलहर में स्थापित की जाने वाले रैनबसेरों का विवरण ऑनलाइन दर्ज कराया जाएगा।
कम्बल वितरण का कार्य सुनिश्चित किया जाए- सीएम योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साफ तौर पर जिलाधिकारियों को बता दिया है कि कम्बल वितरण का कार्य पूरी पारदर्शिता से सुनिश्चित किया जाए। शीतलहर के दौरान गरीबों और निराश्रितों को राहत पहुंचाने का कार्य पूरी तत्परता से करने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि इसके लिए धनराशि की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी। यदि किसी जनपद को अतिरिक्त धनराशि की आवश्यकता पड़ेगी, तो शासन द्वारा समय से धनराशि आवंटित कर दी जाएगी।
अलाव के लिए प्रति तहसील 50 हजार रुपये की धनराशि
राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नें प्रदेश के राजस्व विभाग द्वारा आगामी शीतलहर में राहत कार्य संचालित करने के लिए धनराशि जारी कर दी गई है। इसके अन्तर्गत कम्बल वितरण के लिए सभी जनपदों को प्रति तहसील 5-5 लाख रुपये तथा अलाव के लिए प्रति तहसील 50 हजार रुपये की धनराशि इस प्रकार कुल 19.25 करोड़ रुपये की धनराशि जारी कर दी गयी है।
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रैनबसेरों का विवरण ऑनलाइन
प्रवक्ता ने कहा कि शीतलहर से बचने के लिए व्यक्ति द्वारा नजदीकी रैनबसेरे को आसानी से खोज की जा सके, इसके लिए इस वर्ष पहली बार शीतलहर में स्थापित की जाने वाले रैनबसेरों का विवरण ऑनलाइन दर्ज कराया जाएगा। रैनबसेरों की जियो टैगिंग के साथ-साथ इनको गूगल मैप पर भी दर्ज किया जाएगा।
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कम्बल का वितरण पात्र व्यक्तियों को हो यह सुनिश्चित किया जाएगा। कम्बल प्राप्त करने वाले व्यक्ति का विवरण दर्ज किये जाने क लिए एनआईसी के सहयोग से ऑनलाइन प्रारूप तैयार किये जाने की कार्यवाही की जा रही है।
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