एक्सप्रेस-वे व हाईवे पर नहीं होंगी शराब की दुकानें..., सड़क सुरक्षा पर बैठक में CM योगी के सख्त निर्देश, जानिए और कौन से नियम होंगे लागू
CM Yogi Meeting on Road Safety सीएम योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया कि जनपद स्तर पर प्रत्येक माह एवं मंडल स्तर पर त्रैमासिक मंडलीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक अनिवार्य रूप से हो।;
CM Yogi Meeting on Road Safety
CM Yogi Meeting on Road Safety: लखनऊ में आज शाम उत्तर प्रदेश राज्य सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक की गई। इसकी अध्यक्षता मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। उन्होंने प्रदेश में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए कई आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं।
सीएम योगी ने कहा कि सड़क सुरक्षा से जुड़े सभी संबंधित विभाग आपसी समन्वय बनाकर सामूहिक प्रयासों से सड़क दुर्घटनाओं को नियंत्रित करें। प्रदेश के सभी मार्गों पर ब्लैक स्पॉट को चिह्नित कर आवश्यक कदम उठाए जाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क दुर्घटना में घायल होने वाले लोगों के समय से उपचार के लिए एक्सप्रेस-वे के दोनों तरफ फूड प्लाजा की तरह अस्पताल की व्यवस्था करें। साथ ही, सभी मंडल मुख्यालयों के अस्पतालों में ट्रॉमा सेंटर, एम्बुलेंस एवं ट्रेंड स्टाफ की तैनाती भी सुनिश्चित की जाए।
हर महीने त्रैमासिक मंडलीय सड़क सुरक्षा समिति बैठक जरूरी
सीएम योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया कि जनपद स्तर पर हर महीने मंडल स्तर पर त्रैमासिक मंडलीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक अनिवार्य रूप से हो। इसके साथ ही ओवर स्पीडिंग, ड्रंकन ड्राइविंग, गलत साइड पर गाड़ी चलाना, जम्पिंग रेड लाइट एवं मोबाइल फोन का उपयोग सड़क दुर्घटना घटित होने के मुख्य कारक हैं। इसके लिए लोगों में जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता है।
बेसिक शिक्षा विभाग, माध्यमिक शिक्षा विभाग एवं उच्च शिक्षा विभाग अपने स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में सड़क सुरक्षा से संबंधित कई गतिविधियों को आयोजित करें। बेसिक एवं माध्यमिक शिक्षा विभाग के विद्यालयों के पाठ्यक्रम में ट्रैफिक के नियमों को जोड़ा जाए।
एक्सप्रेस-वे एवं हाईवे के किनारे शराब की दुकानें बिल्कुल न हों। शराब की दुकानों के साइनेज को छोटा किया जाए। बिना परमिट की बसें सड़कों पर न चलने पाएं। डग्गामार वाहनों एवं ओवरलोडेड ट्रकों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करें। दूसरे प्रदेश से आने वाले बिना परमिट के वाहनों को बॉर्डर पर रोकें। ट्रासंपोर्ट एसोसिएशन एवं व्हीकल एसोसिएशन से संवाद स्थापित कर यह सुनिश्चित कराएं कि लंबी दूरी के वाहनों पर दो ड्राइवर हों।
एक्सप्रेस-वे एवं हाईवे पर एम्बुलेंस की संख्या बढ़ाई जाए
एक्सप्रेस-वे एवं हाईवे पर क्रेन, पेट्रोलिंग वाहन और एम्बुलेंस की संख्या बढ़ाई जाए। प्रदेश में NHAI की सड़कों पर कैमरे स्थापित कराएं एवं स्थानों को चिह्नित कर फुट ओवरब्रिज का भी निर्माण कराया जाए। प्रदेश के सभी प्रमुख मार्गों पर सड़क सुरक्षा से संबंधित साइनेज अवश्य लगाए जाएं। ट्रैफिक के सुचारु संचालन के लिए प्रदेश में पर्याप्त मैनपावर उपलब्ध है।
मुख्यमंत्री ने अपने निर्देश में कहा, आवश्यकता पड़ने पर सिविल पुलिस, PRD और होमगार्ड्स के जवानों को ट्रेनिंग देकर ट्रैफिक प्रबंधन को बेहतर बनाएं। अस्पतालों, स्कूलों एवं मुख्य बाजारों के बाहर टेबल टॉप स्पीड ब्रेकर का निर्माण कराया जाए।