दो दर्जन विधायकों, सांसदों और मंत्रियों ने सीएम योगी को लिखा पत्र, ये है पूरा मामला
सत्ताधारी दल भाजपा के करीब दो दर्जन से अधिक विधायक, सांसद और मंत्री लेखपालों की मांगों के समर्थन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिख रहे हैं। दूसरे दलों के भी कई विधायकों ने लेखपालों के समर्थन में पत्र लिखा है।
लखनऊ: सत्ताधारी दल भाजपा के करीब दो दर्जन से अधिक विधायक, सांसद और मंत्री लेखपालों की मांगों के समर्थन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिख रहे हैं। दूसरे दलों के भी कई विधायकों ने लेखपालों के समर्थन में पत्र लिखा है।
लेकिन, अफसर आंदोलन को खत्म कराने की जगह लेखपालों के उत्पीड़न की कार्रवाई में जुटे हैं। आंदोलन लंबा खिंचने का असर आम लोगों के कामकाज पर पड़ रहा है।
राज्यमंत्री समाज कल्याण, अनुसूचित जाति व जनजाति विकास डॉ. जीएस धर्मेश व राज्यमंत्री सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम चौधरी उदयभान सिंह ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में लेखपाल संघ के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात का हवाला देते हुए कहा है कि इनकी मांगें वास्तविक परिस्थितियों में कार्य के बढ़ते बोझ के कारण उचित प्रतीत होती हैं। उन्होंने इनकी मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आग्रह किया है।
इसी तरह गोरखपुर सहजनवां के विधायक शीतल पांडेय ने शासन की हर योजना के सफल क्रियान्वयन में लेखपालों का योगदान बताते हुए इनकी मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार कर निस्तारित कराने का आग्रह किया है।
ये भी पढ़ें...कांग्रेस ने बेबस सरकार के मुखिया योगी आदित्यनाथ से इस्तीफा मांगा
मांगों पर विचार किया जाना न्यायोचित
सिद्धार्थनगर डुमरियागंज के विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह ने अपने पत्र में लिखा है कि लेखपाल एक अल्प वेतनभोगी कर्मचारी है। शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं का क्रियान्वयन ग्रामीण स्तर पर करता है। अपने मूल विभाग के अलावा अन्य विभाग के कार्य भी समय-समय पर इनके द्वारा किया जाता है। ऐसे में इनकी मांगों पर विचार किया जाना न्यायोचित है।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के ओएसडी केपी सिंह ने मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव को लेखपाल संघ से वार्ता कर समस्याओं का समाधान कराने का आग्रह किया है।
लेखपालों की मांगों का समर्थन करने वालों में विधायक संजय प्रताप जायसवाल, रवि शर्मा, हेमलता दिवाकर कुशवाहा, पंकज गुप्ता, अभिजीत सिंह सांगा, गौरी शंकर, हरी राम चेरो, हरि शंकर माहोर, कैलाश नाथ शुक्ला, प्रभु नारायण सिंह यादव, राम गोपाल पप्पू लोधी, राज कुमार चाहर, रानी पक्षालिका सिंह, संगीत सिंह सोम, रामवीर उपाध्याय, जितेंद्र वर्मा, महेश कुमार गोयल, पुरुषोत्तम खंडेलवाल, उदयभान सिंह, जय देवी, योगेंद्र उपाध्याय आदि शामिल हैं। उन्नाव के सांसद साक्षी महराज व मोहनलालगंज केसांसद कौशल किशोर ने भी पत्र लिखा है।
ये भी पढ़ें...सीएम योगी आदित्यनाथ ने पासपोर्ट ऐप का लोकार्पण किया, देखें तस्वीरें