सीएम योगी और संघ के बीच 'ऑल इज वेल', मथुरा में ढाई घंटे की मुलाकात, इन मुद्दों पर चर्चा
UP By Election: लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद सीएम योगी और मोहन भागवत की मुलाकात हुई। कहा जा रहा है कि इस दौरान दोनों के बीच यूपी उपचुनाव को लेकर चर्चा हुई।
UP By Election: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार देर शाम को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरसंघचालक मोहन भागवत से मुलाकात की। मथुरा के गौतम कुटीर में हुई मुलाकात के बाद से सियासी चर्चा तेज हो गई है। इस बैठक के कई मतलब निकाले जा रहे हैं। सीएम योगी की मुलाकात महासचिव दत्तात्रेय होसबले भी हुई। गौतम कुटीर में करीब ढाई घंटे तक संघ के नेताओं के साथ सीएम योगी की बातचीत हुई। वहीं सीएम योगी और मोहन भागवत की मुलाकात करीब 45 मिनट चली। औपचारिक रूप से इस मुलाकात को लेकर कहा जा रहा है कि सीएम योगी ने संघ प्रमुख को कुंभ में आने का न्योता दिया। मगर 45 मिनट की मुलाकात में बात महज निमंत्रण तक कैसे सीमित रह सकती है। वह भी तब, जब यूपी में उपचुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया हो।
संघ प्रमुख और सीएम योगी की मुलाकात
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और संघ प्रमुख के बीच बंद कमरे में मुलाकात हुई। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक बेहद अहम मानी जा रही इस बैठक में यूपी की सियासत को लेकर चर्चा हुई। आने वाले उपचुनाव में भाजपा के बेहतर प्रदर्शन को लेकर रणनीतियों पर चर्चा की गई। जानकारी के मुताबिक उपचुनाव में संघ की भूमिका पर भी बात हुई। साथ ही जमीन पर काम कर रहे संघ कार्यकर्ताओं के फीडबैक पर भी दोनों नेताओं ने चर्चा की। हरियाणा की तर्ज पर यूपी उपचुनाव में भी संघ का भूमिका एहम होगी। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक संघ प्रमुख ने सीएम योगी को इस बात को लेकर आश्वस्त किया कि संघ यूपी उपचुनाव में पार्टी से कंघे से कंघा मिलाकर चलेगी।
सीएम योगी के लिए संघ जरूरी
लोकसभा चुनाव में महज 33 सीटें मिलने के बाद यूपी उपचुनाव सीएम योगी की साख के लिए बेहद अहम है। बीते चुनाव में संघ और उत्तर प्रदेश भाजपा में समन्वय न होना भाजपा के खराब प्रदर्शन का एक बड़ा कारण माना जा रहा है। सीएम योगी, भाजपा संगठन और संघ के बीच अनबन की खबरें भी चली थीं। यही कारण है कि उपचुनाव में सीएम योगी संघ का साथ नहीं छोड़ना चाहते। साथ ही यह चुनाव सीएम योगी की साख बचाने वाला चुनाव होगा। सीएम योगी इस बात की गंभीरता को समझते हैं। साथ ही वह संघ की उपयोगिता से भी भली भांति परिचित हैं। उपचुनाव में सीएम योगी संघ को साथ लेकर चुनाव लड़ना चाहेंगे। संघ से अनबन को दूर करने और उपचुनाव जीत के लिए सीएम योगी खुद फ्रंट पर आ गए हैं। देर शाम मुलाकात से इस बात के संकेत भी मिल गए हैं।
'ऑल इज वेल' के संकेत
13 से 17 जून तक गोरखपुर प्रवास पर गए RSS चीफ की सीएम योगी से मुलाकात नहीं हो सकी थी। सीएम योगी भी दो दिन तक गोरखपुर में ही थे। मुलाकात होते-होते रही। एक ही दिन में दोनों की बैठक को तीन बार टाला गया। अंदाजा लगाया गया कि दूसरे दिन मुलाकात होगी। मगर दूसरे दिन बिना मुलाकात के ही सीएम योगी गोरखपुर से रवाना हो गए थे। इस बात पर यह अंदाजा लगाया गया कि संघ और सीएम योगी के बीच सब कुछ ठीक नहीं है। हालांकि बाद में संघ की ओर से कहा गया कि मुलाकात पहले से तय नहीं थी इसलिए समय नहीं मिल सका। मगर इस घटना से दिल्ली तक सियासी पारा हाई हो गया। अब दोनों की मुलाकात के बाद यह कहा जा रहा है कि संघ और सीएम योगी के बीच सब कुछ 'ऑल इज वेल' है।
मथुरा में होगी RSS की बैठक
बता दें कि आरएसएस (RSS) के अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक 25 और 26 अक्टूबर को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के ब्रज प्रांत में मथुरा के पास परखम गांव में होने जा रही है। इस बैठक में 46 प्रांतीय इकाइयों के सभी प्रमुखों, महासचिवों और प्रचारक भाग ले सकते हैं। इस बैठक में आरएसएस प्रमुख भागवत, महासचिव दत्तात्रेय होसबले, सभी संयुक्त महासचिव और राष्ट्रीय कार्यकारिणी के अन्य सदस्य मौजूद रहेंगे।