CM योगी ने किसानों को गन्ने के बजाए अन्य फसलें लगाने को कहा, जानिए क्यों?

Update: 2018-09-13 07:11 GMT

लखनऊ: सीएम योगी आदित्यनाथ ने बीते दिनों एक कार्यक्रम में किसानों को गन्ने के बजाए अन्य दूसरी फसलों की बुआई पर जोर दिया था। उन्होंने कहा था कि वैसे भी यूपी में शुगर के पेशेंट बढ रहे हैं। इसके पीछे एक अहम वजह भी है। मौजूदा समय में चीनी मिलें गन्ने की पेराई के बाद बनने वाली चीनी से अटी पड़ी हैं।

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इस साल यूपी में 120 लाख टन चीनी का रिकार्ड उत्पादन हुआ है। इस तरह गन्ने का अधिक उत्पादन परेशानी का सबब बना हुआ है। मिलों और गोदामों में चीनी से भरी पड़ी है। वर्तमान में 10,186 करोड़ का गन्ना किसानों का भुगतान बकाया है। इस बार सरकार ने 25500 करोड़ रूपये गन्ने का भुगतान किया है।

प्रदेश में पूरे देश का 38 फीसदी चीनी उत्पादन हुआ है। चीनी के अधिकतम उत्पादन को देखते हुए केंद्र सरकार ने चीनी के आयात पर 100 फीसदी इम्पोर्ट डयूटी का प्रावधान कर दिया है। ताकि चीनी के आयात पर नियंत्रण किया जा सके। प्रदेश की चीनी मिलें कुल उत्पादित गन्ने का 60 फीसदी पेराई करती है। प्रदेश में दिन ब दिन गन्ने का उत्पादन बढता जा रहा है। पर चीनी मिलों की संख्या नहीं बढ रही है। इसकी वजह से भी प्रदेश के गन्ना किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

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