संस्कृत संस्थान सम्मान समारोह: इन दिग्गजों को CM ने किया सम्मानित

उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान का सम्मान समारोह आज (7 फरवरी) सुबह 11:30 बजे लोक भवन में शुरू हो गया है। कार्यक्रम की अध्यक्षता राज्यपाल राम नाईक कर रहे हैं जिसमें मुख्य अतिथि सीएम योगी आदित्यनाथ हैं।

Update: 2018-02-07 06:39 GMT

लखनऊ: उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान का सम्मान समारोह आज (7 फरवरी) लोकभवन में आयोजित हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता राज्यपाल राम नाईक ने की। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सीएम योगी आदित्यनाथ थे। इस समारोह में साल 2016-2017 के पुरस्कार दिए गए।

क्या बोले सीएम?

-कार्यक्रम में सीएम बोले कि संस्कृति की दुर्गति के पीछे भी संस्कृति से जुड़े ही लोग हैं। ऐसा नहीं की मान्यता नहीं दी जाती। मगर ना शिक्षक इसमें दिलचस्पी दिखाते हैं ना छात्र।

-सीएम ने कहा कि संस्कृति माध्यमिक परिषद का गठन होने में 17 वर्ष लगे हैं। पूरे प्रदेश में अभियान चला कर संस्कृति से जुड़े प्राचीन ग्रंथों को संग्रहीत करना होगा संरक्षण करना होगा।

-भाषण और नारेबाजी से संस्कृति का विकास नही होगा।

संस्कृत संसथान का बजट किया दोगुना- सीएम

-सीएम ने कहा कि हमने संस्कृति संस्थान का बजट दोगुना किया है। हम आगे और धन देंगे।

-संस्कृत ही सभी भाषाओं का आधार है। संस्कृत के विद्वान आचार्य आपने बच्चों को संस्कृत में नही पढ़ाते बल्कि कान्वेन्ट और पब्लिक स्कूल में भेजते हैं। ऐसे में वह दूसरे को कैसे प्रेरणा देंगे संस्कृत के लिए।

-सीएम ने कहा कि ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए की सभी बोर्ड में संस्कृत पढ़ाई जाए।

-जिस तरह माँ की तुलना बहू-बेटी से नहीं की जा सकती उसी तरह संस्कृत की किसी से तुलना नही की जा सकती।

इन दिग्गजों को बांटे गये पुरस्कार:

- आचार्यजगन्नाथ पाठक को वर्ष 2016 के लिए विश्व भारती पुरस्कार (5 लाख 1 हज़ार)।

- डॉ शिवबालक द्विवेदी को वर्ष 2016 के लिए महाऋषि नारद पुरुस्कार 1 लाख 1 हज़ार।

- विद्वान जनार्दन हेगड़े को वर्ष 2017 के लिए महाऋषि नारद पुरुस्कार 1 लाख 1 हज़ार।

- डॉ देवी सहाय पांडेय दीप को वर्ष 2016 के लिए विशिष्ट पुरुस्कार 1 लाख 1 हज़ार।

- डॉ विजेंदर कुमार शर्मा को वर्ष 2016 के लिए विशिष्ट पुरुस्कार 1 लाख 1 हज़ार।

- डॉ गिरजा शंकर शास्त्री को वर्ष 2016 के लिए विशिष्ट पुरुस्कार 1 लाख 1 हज़ार।

- डॉ प्रमोद बाला मिश्रा को वर्ष 2016 के लिए विशिष्ट पुरुस्कार 1 लाख 1 हज़ार।

- डॉ रामानन्द शर्मा को वर्ष 2016 के लिए विशिष्ट पुरुस्कार 1 लाख 1 हज़ार।

- डॉ राम शंकर अवस्थी को 2016 के लिए महऋषि बाल्मीकि पुरुस्कार स्वरूप 2 लाख 1 हज़ार की राशि।

- प्रो आज़ाद मिश्रा मधुकर को 2016 के लिए महर्षि वयास पुरूष्कार स्वरूप 2 लाख 1 हज़ार की राशि।

- प्रो हरिदत्त शर्मा को 2017 के लिए महर्षि व्यास पुरूष्कार स्वरूप 2 लाख 1 हज़ार की राशि।

- आचार्य केशव राव सदाशिव शास्त्री मुसल गावँकर को वर्ष 2017 का विश्व भारती पुरुस्कार (5 लाख 1 हज़ार)।

- डॉ प्रशस्यमित्र शास्त्री को साल 2017 के लिए महऋषि बाल्मीकि पुरुस्कार स्वरूप 2 लाख 1 हज़ार की राशि।

- डॉ राकेश शास्त्री, प्रो फूलचंद जैन प्रेमी, प्रो राजाराम शुक्ला, प्रो गोपबंधु मिश्रा, डॉ सुरेंद्र पाल सिंह, को वर्ष 2017के लिए विशिष्ट पुरुस्कार स्वरुप 1 लाख 1 हज़ार की राशि।

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