सीएम योगी ने की सुमित व प्रत्यूष के परिवार को 10-10 लाख देने की घोषणा

बुलंदशहर में शहीद हुए इंस्पेक्टर व लखनऊ में भाजपा के युवा नेता की हत्या को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार देर रात अफसरों को तलब किया और कड़े निर्देश दिए। योगी ने बुलंदशहर की घटना में मारे गए सुमित व प्रत्यूष मणि के परिवार को दस-दस लाख की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।

Update:2018-12-05 09:17 IST

लखनऊ : बुलंदशहर में शहीद हुए इंस्पेक्टर व लखनऊ में भाजपा के युवा नेता की हत्या को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार देर रात अफसरों को तलब किया और कड़े निर्देश दिए। योगी ने बुलंदशहर की घटना में मारे गए सुमित व प्रत्यूष मणि के परिवार को दस-दस लाख की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।

ये भी देखें :भाजयुमो के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रत्यूषमणि त्रिपाठी की मौत, परिजनों ने कहा-पुरानी रंजिश में हुई हत्या

बुलंदशहर की घटना पर सीएम ने कहा, गंभीरता से जांच कर गौकशी में संलिप्त सभी व्यक्तियों के विरूद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि बुलंदशहर की घटना एक बड़े षड्यंत्र का हिस्सा है।

उन्होंने कहा कि 19 मार्च 2017 से अवैध स्लॉटर हाउस को बंद कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि जिलाधिकारियों व पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिया गया है कि ज़िले स्तर पर ऐसे अवैध कार्य न हो यह उनकी सामूहिक ज़िम्मेदारी होगी।

ये भी देखें :बुलंदशहर कांड पर राज्यपाल बोले – हम इस प्रकार के कांड का समर्थन नहीं करते

सीएम ने मुख्य सचिव व पुलिस महानिदेशक को निर्देश दिए कि एक अभियान चलाकर प्रदेश का माहौल खराब करने वाले तत्वों को बेनकाब किया जाए और इस प्रकार की साजिश करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।

सीएम आवास 5 कालीदास मार्ग पर हुई इस बैठक में मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडेय, अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी, प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार, डीजीपी ओम प्रकाश सिंह, एडीजी कानून व्यवस्था आनंद कुमार और डीजी इंटेलीजेंस भवेश कुमार मौजूद थे।

बुलंदशहर में हिंसा और इंस्पेक्टर की हत्या पर मानवाधिकार आयोग ने भेजा उत्तर प्रदेश सरकार को नोटिस

मानवाधिकार आयोग ने 4 सप्ताह में मुख्य सचिव और डीजीपी से मांगी बुलंदशहर हिंसा पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट में हिंसा फैलाने वालों पर क्या हुई कार्रवाई और पीड़ित परिवारों के लिए क्या मदद की गई। इसे बताने के लिए कहा गया है।

इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की पत्नी रजनी का बड़ा आरोप

इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की पत्नी ने कहा कि पति ने अख़लाक़ हत्याकांड की जांच की थी तभी से धमकी मिल रही थी। अगर न्याय नहीं मिला तो बीच चौराहे पर आत्महत्या कर लूंगी। अख़लाक़ कांड की जांच के दौरान 8-8 दिन हम घर मे बंधक बने रहते थे।

सब्ज़ी तक नहीं मिल पाती थी। बच्चों को धमकियां मिलती थी। उन्होंने कहा मेरे पति की साज़िशन हत्या हुई।

Tags:    

Similar News