Lucknow Cancer Institute: कल्याण सिंह की प्रतिमा का 21 अगस्त को अनावरण करेंगे सीएम योगी

Kalyan Singh Statue Lucknow Cancer Institute: अब 21 अगस्त को ऐसे संत का सम्मान कर उनकी छवि के सहारे सीएम योगी लोध राज्य में भाजपा के आधार को मजबूत करने में जुटेंगे.

Newstrack :  Network
Update:2022-08-19 18:26 IST

CM Yogi to unveil Kalyan Singh statue at Lucknow Cancer Institute (Photo: Ashutosh Tripathi, Newstrack)

Kalyan Singh Statue Lucknow Cancer Institute: उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के पहले मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की पहली पुण्यतिथि 21 अगस्त को है. सूबे में लोध बिरादरी के सबसे बड़े नेता माने गए कल्याण सिंह की पहली पुण्यतिथि प्रदेश भर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और सूबे की योगी सरकार भव्यता के साथ मनायेगी. इस अवसर पर लखनऊ के कैंसर इंस्टीट्यूट में लगाई गई कल्याण सिंह की पहली प्रतिमा का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अनावरण करेंगे.

सीएम योगी का मत है कि कल्याण सिंह एक राजनीतिक संत थे जिन्होंने सत्ता से ऊपर श्रीराम को स्थान दिया. अब 21 अगस्त को ऐसे संत का सम्मान कर उनकी छवि के सहारे सीएम योगी लोध राज्य में भाजपा के आधार को मजबूत करने में जुटेंगे.

कल्याण सिंह का निधन बीते वर्ष हो गया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित भाजपा के तमाम वरिष्ठ नेता उनके निधन पर लखनऊ पहुंचे थे. कल्याण सिंह की याद में अब लखनऊ के कैंसर इंस्टिट्यूट में कल्याण सिंह की नौ फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित की गई है. करीब 30 लाख रुपये की लागत से तैयार की गई कांस्य की इस भव्य प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम में 21 अगस्त को योगी सरकार के तमाम मंत्री और भाजपा के बड़े पदाधिकारी मौजूद रहेंगे. उस दिन प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी  सहित भाजपा के सीनियर मंत्री भी कल्याण सिंह को याद करेंगे. इसी वजह स्व. कल्याण सिंह का बड़ा व्यक्तित्व है. 

वह भाजपा के यूपी में पहले मुख्यमंत्री बने थे. उनकी देखरेख में ही भाजपा यूपी में सत्ता तक पहुंची. कल्याण सिंह के बारे में कहा जाता है कि वह भाजपा में मंडल और कमंडल के गठजोड़ थे. उन्होंने भाजपा को नया आधार दिया था. उनके इस प्रयोग से भाजपा सत्ता के राजपथ पर आई. कल्याण सिंह भाजपा के अकेले नेता थे, जिन्हें बाबरी ढांचा ढहाए जाने की सजा अदालत ने दी, जबकि पार्टी के बाकी सब नेता बरी हो गए. मंडल-कमंडल के इस रसायन से ही कल्याण सिंह हिंदुत्व के पहले, प्रबल और प्रमुख चेहरा बने. राम मंदिर पर कुर्बान होने वाले वह पहले मुख्यमंत्री थे. वह पहले नेता थे, जिसने भाजपा को ब्राह्मण-बनिया पार्टी के खोल से बाहर निकाल पिछड़ी राजनीति में व्यापक आधार दिया. दरअसल राम मंदिर आंदोलन के कल्याण सिंह पोस्टर बॉय थे.

यहीं नहीं कल्याण सिंह राज्य में अति पिछड़ी जातियों की पहचान करने और उन्हें पार्टी से जोड़ने वाले शिल्पकार भी थे. देश और सूबे की लोध बिरादरी उन्हें अपनी नेता मनाती है. यूपी में लोध बिरादरी का करीब आठ फीसदी वोट है. राज्य के लगभग 25 जिलों में 75 सीटों पर यह अपना प्रभाव है। ऐसे में कल्याण सिंह की मूर्ति की स्थापना लखनऊ में करते हुए भाजपा उनके प्रति अपने सम्मान का प्रदर्शन कर लोध समाज को उनका हितैषी होने का संदेश देना चाहती है. इसी क्रम में भाजपा और सीएम योगी प्रदेश भर में कल्याण सिंह की पुण्यतिथि प्रदेश भर में मनाने का फैसला किया है. यह आयोजन सामाजिक और राजनीतिक संदेश देने वाला है. इसके जरिये भाजपा और मुख्यमंत्री जनता को यह बताएंगे कि भाजपा अपने नेता और समर्थक दोनों का सम्मान करती है. उनके योगदान को भूलाती नहीं है।

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