यूपी में परिवार नियोजन के लिए कंडोम और ओरल पिल्स पहली पसंद
सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफार) के सहयोग से हजरतगंज, लखनऊ स्थित एक होटल में आयोजित मीडिया कार्यशाला में महानिदेशक, परिवार कल्याण, डा. नीना गुप्ता ने बताया कि जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा के दौरान गत वर्ष की तुलना में 27 प्रतिशत अधिक पुरुषों ने नसबंदी करवाई।
लखनऊ: यूपी में परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों पर विश्वास बढ़ा है। इन अस्थाई साधनों में इंट्रायूटेराइन कनट्रासेपटिव्स डिवाइस (आईयूसीडी), पोस्टपार्टम इंट्रायूटेराइन कनट्रासेपटिव्स डिवाइस (पीपीआईयूसीडी), जिसमे अंतरा, कंडोम, ओरल कनट्रासेपटिव्स पिल्स (ओसीपी) और छाया आते हैं। यूपी में वर्ष 2017-18 में जहां अंतरा को 23,217 महिलाओं ने स्वीकारा वहीं वर्ष 2018-19 में 1.62 लाख महिलाओं ने इसे तरजीह दी। अस्थाई साधन छाया को जहां वर्ष 2017-18 में 2.12 लाख से अधिक महिलाओं ने अपनाया वहीं वर्ष 2018-19 में 24 प्रतिशत वृद्धि के साथ 2.63 लाख महिलाओं ने इसे अपनाया।
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सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफार) के सहयोग से हजरतगंज, लखनऊ स्थित एक होटल में आयोजित मीडिया कार्यशाला में महानिदेशक, परिवार कल्याण, डा. नीना गुप्ता ने बताया कि जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा के दौरान गत वर्ष की तुलना में 27 प्रतिशत अधिक पुरुषों ने नसबंदी करवाई।
अधिकांश दंपति परिवार नियोजन के लिए आजकल अस्थाई साधनों को प्राथमिकता दे रहे हैं
अधिकांश दंपति परिवार नियोजन के लिए आजकल अस्थाई साधनों को प्राथमिकता दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि जागरूकता कार्यक्रमों के प्रभाव से अब पुरूष भी नसबंदी करा रहे हैं, लेकिन अब भी महिलाएं ही बड़ी संख्या में परिवार नियोजन कार्यक्रमों और नसबंदी को अपनाती हैं।
“परिवार नियोजन से निभायें जिम्मेदारी, मां और बच्चे के स्वास्थ्य की पूरी तैयारी“ विषय पर जानकारी देते हुये उन्होने बताया, जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा के दौरान गत वर्ष 940 पुरुषों के मुकाबले इस बार 27 प्रतिशत वृद्धि के साथ 1190 पुरुषों ने नसबंदी अपनाई।
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कार्यशाला में उन्होंने बताया जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े के दौरान 2.11 लाख दंपति ने परिवार नियोजन के आधुनिक साधन अपनाए। इसमें 13,672 दंपति ने स्थायी साधन और लगभग दो लाख ने परिवार नियोजन के अस्थाई साधन अपनाए।
डॉ. नीना ने बताया कि पखवाड़े के दौरान प्रदेश की 12,482 महिलाओं ने नसबंदी अपनाई
डॉ. नीना ने बताया कि पखवाड़े के दौरान प्रदेश की 12,482 महिलाओं ने नसबंदी अपनाई। जबकि 1190 पुरुषों ने नसबंदी करवाई। वहीं 65,887 लोगों ने आईयूसीडी और 21,746 लोगों ने पीपीआईयूसीडी अपनाई। पूरे प्रदेश में 34.54 लाख कंडोम और 4.38 लाख माला-एन वितरित किए गए।
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पखवाड़ा के दौरान 46,042 महिलाओं ने अंतरा डोज लिया। 24 जुलाई तक 4.38 लाख माला-एन, 93,639 छाया और एक लाख से अधिक ईसीपी पिल्स वितरित की गई।