लखनऊ: अयोध्या स्थित राम मंदिर को लेकर विश्व हिन्दू परिषद और शिवसेना आमने सामने आ गए हैं। विहिप ने 25 नवम्बर को अयोध्या में धर्म सभा के आयोजन का ऐलान किया है। जबकि शिवसेना पहले से ही 25 नवम्बर को अयोध्या में आशीर्वाद समारोह के आयोजन की घोषणा कर चुकी है। इसमें उद्धव ठाकरे भी मौजूद रहेंगे।
वह रामलला के दर्शन के बाद रैली को संबोधित करेंगे। एक ही दिन दोनों हिंदूवादी संगठनों के कार्यक्रम की वजह से दोनों संगठनों में टकराव के आसार हैं। ऐसा काफी लम्बे अरसे बाद होगा। जब दो हिंदुवादी संगठनों के ऐलान पर लाखो समर्थक अयोध्या में एकजुट होंगे।
ये भी पढ़ें— त्रिशूल से लैस बजरंग दल के 25 हजार सैनिक राम मंदिर के लिए कभी भी कर सकते हैं अयोध्या कूच: विहिप
साफ है अयोध्या में धर्म सभा और आर्शीवाद समारोह एक ही दिन होगा। विहिप के धर्म सभा की तैयारियों को अमली जामा पहनाने के लिए उपाध्यक्ष चंपत राय ने सोमवार को कार्यक्रम स्थल का भूमि पूजन किया। वहीं शिवसेना के संजय राउत ने भी आशीर्वाद समारोह की तैयारियां परखी। विहिप की तरफ से धर्म सभा स्थल का भूमि पूजन भी किया गया। इसमें लल्लू सिंह, विहिप नेता चंपत राय, पुरूषोत्तम नारायण, अम्बरीष सिंह सहित कई प्रमुख नेता मौजूद थे।
चंपत राय ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान बताया कि धर्म सभा अपरान्ह 12 बजे से शाम 4 बजे तक चलेगी। इसमें सभी राम भक्त शामिल होंगे। राम मंदिर का मुकदमा 15 साल से हाईकोर्ट की लखनऊ खंड पीठ में चल रहा है। जिसका निपटारा सितम्बर में हो जाता। पर छलकपट से उसको लोकसभा चुनाव तक लाया गया। विहिप 500 जगहों पर धर्म सभा करेगी।
शिवसेना के संजय राउत ने कहा कि अयोध्या शक्ति प्रदर्शन की जगह नहीं है। हिंदू राम मंदिर के मुददे पर विभाजित नहीं हो। राम मंदिर निर्माण के लिए आंदोलन की नहीं बल्कि अध्यादेश की जरूरत है।