मनोज द्विवेदी
लखनऊ: कड़ाके की सर्दी में निराश्रित लोगों के लिए लखनऊ नगर निगम ने शहर में करीब दो दर्जन शेल्टर होम बनाए हैं। अब इन शेल्टर होम्स में मजदूरों, राहगीरों को भोजन पकाने की भी सुविधा मिलेगी। नगर निगम के अधिकारीयों की मानें तो लोगों को शेल्टर होम्स में रहने के लिए आकर्षित करने के उद्देश्य से यह सुविधा दी जा रही है।
नगर निगम के शेल्टर होम प्रभारी संजय ममगाई ने बताया, कि 'बाहर से आकर लखनऊ में मजदूरी आदि करने वालों के लिए रात्रि विश्राम हेतु शेल्टर होम बनाए गए हैं। लेकिन यह देखा जा रहा था की ऐसे मजदूरों को सुबह भोजन पकाने की समस्या हो रही थी। इसलिए अब शेल्टर होम्स में ही एक तरफ भोजन पकाने की सहूलियत दी जा रही है, ताकि जो लोग इन शेल्टर होम्स में रहते हैं वे भोजन भी यहीं कर लें और इसके लिए उन्हें कहीं न भटकना पड़े।
पहले साइट पर ही देखनी पड़ती थी सही जगह
पॉलिटेक्निक चौराहे के पास बने शेल्टर होम में रहने वाले सीतापुर निवासी सुशील ने बताया, कि 'हमें पहले भोजन पकाने के लिए काम की साइट पर ही सही जगह देखनी पड़ती थी, लेकिन अब हम शेल्टर होम्स में ही भोजन पका सकेंगे।' बता दें, कि लखनऊ में दो दर्जन शेल्टर होम्स में करीब दो हजार लोगों के ठहरने की सुविधा उपलब्ध है।
शेल्टर होम में मिलती हैं सुविधाएं:
-तख़्त, बिस्तर, कंबल, तकिया और रजाई।
-अस्थाई शौचालय।
-रात में अलाव की सुविधा।
-अब भोजन पकाने की भी सहूलियत।