UP में कोरोना का संक्रमण हुआ तेज, पत्रकारों से एहतियात बरतने की अपील
उत्तर प्रदेश में कोरोना बहुत तेजी से फैल रहा है। प्रदेश में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 1368 नये मामले सामने आए हैं।
रामकृष्ण वाजपेयी
लखनऊः उत्तर प्रदेश में कोरोना बहुत तेजी से फैल रहा है। प्रदेश में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 1368 नये मामले सामने आए हैं। जबकि केवल लखनऊ में 499 नये केस आए हैं। चिकित्सा अधिकारियों के अनुसार लोगों द्वारा होली पर की गई लापरवाही भारी पड़ सकती है। अगले तीन चार दिन में कोरोना के मामलों में जबरदस्त इजाफा हो सकता है। उत्तर प्रदेश में प्रतिदिन कोरोना के नये मामले सात मार्च को जहां 115 थे वहीं 28 मार्च तक यह संख्या बढ़कर 1395 हो चुकी है।
चिकित्साधिकारियों का कहना है कि पिछले दिनों उत्तर प्रदेश राज्य मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति के चुनाव के बाद बड़ी संख्या में पत्राकारों के संक्रमित होने की बात सामने आई है। एनेक्सी में आयोजित जांच शिविर में 60 पत्रकारों की जांच की गई थी जिसमें लगभग एक दर्जन पत्रकारों के संक्रमित होने की बात सामने आने के बाद चुनावी गतिविधियों में शामिल रहे और चुनाव में अपना सहयोग देते वाले पत्रकारों के लिए 30 मार्च 2021 को एनेक्सी में सुबह 11 बजे से पुनः कोविड-19 के टेस्ट शिविर का आयोजन किया जा रहा है।
यह टेस्ट अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल एवं सूचना निदेशक शिशिर द्वारा पत्रकारों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आयोजित किया जा रहा है। सभी पत्रकार साथियों से अनुरोध किया गया है कि अपना टेस्ट जरूर करायें।
लखनऊ में पत्रकारों पर कोरोना संकट गहरा गया है, एक दर्जन से अधिक पत्रकार चपेट मे, एक पत्रकार का कोरोना की चपेट में आने के बाद निधन होने से। सरकारी मशीनरी सतर्क हो गई है। पत्रकारों से आवश्यक एहतियात बरतने और सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करने को कहा गया है।
अधिकारी इस बात को लेकर भी चिंतित हैं कि होली और शब ए बरात के दौरान सामाजिक दूरी के नियमों के उल्लंघन और मासक का इस्तेमाल न करने से कोरोना के संक्रमण की रफ्तार बढ़ सकती है। ऐसे में कोरोना के लक्षण प्रकट होने वाले सभी लोगों से तत्काल जांच कराने और उनके संपर्क में आए लोगों से खुद को कोरंटाइन कर लेने की अपील की गई है।
सरकारी स्तर पर टीकाकरण के लिए रफ्तार बढ़ा दी गई है लोगों से टीका लगवाकर खुद को सुरक्षित करने की अपील की गई है। अस्पतालों को अलर्ट मोड पर कर दिया गया है ताकि संक्रमण के मामले बढ़ने पर लोगों को तत्काल उचित उपचार दिया जा सके।