Coronavirus New Variant: कोरोनावायरस के सबसे खतरनाक वेरिएंट ने दी भारत में दस्तक, एक्सपर्ट्स ने किया आगाह
Coronavirus New Variant: कोरोना का सब वेरिएंट BQ.1 Omicron के BA.5 का वंशज है, जो वर्तमान में अमेरिका में SARS-CoV-2 का प्रमुख संस्करण है।
Coronavirus New Variant: देश में कोरोनावायरस का खतरा एकबार फिर मंडराने लगा है। सोमवार को महाराष्ट्र के पुणे शहर में ओमिक्रोन के मिले नए सब – वेरिएंट BQ.1 ने चिंता बढ़ा दी है। अमेरिका समेत दुनिया के कई देशों में ये वेरिएंट कहर बरपा चुका है। अब इस खतरनाक वेरिएंट ने भारत में दस्तक दी है। स्वास्थ्य महकमे में इसे लेकर हड़कंप मचा हुआ है। महाराष्ट्र समेत अन्य राज्य सरकारों ने नए सिरे से कोरोना गाइडलाइन जारी करना शुरू कर दिया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया ने इसे लेकर दिल्ली में बुधवार को एक हाईलेवल मीटिंग की।
सब वेरिएंट BQ.1 Omicron के BA.5 का वंशज है, जो वर्तमान में अमेरिका में SARS-CoV-2 का प्रमुख संस्करण है। भारत में BQ.1 का पता BF.7 के ठीक बाद चला है । BF.7 ओमिक्रोन का एक अन्य सब – वेरिएंट है, जो गुजरात में सामने आया था। BF.7 सबसे पहले चीन के इनर मंगोलिया क्षेत्र में रिपोर्ट किया गया था। वहीं, कोरोना का BQ.1 वेरिएंट सोमवार को पुणे के एक शख्स में पाया गया था।
अधिक संक्रामक है BQ.1 सब- वेरिएंट
कोरोना के अन्य स्ट्रेन के मुकाबले BQ.1 सब- वेरिएंट अमेरिका, यूके और यूएस में तेजी से फैल चुका है। यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के अनुसार, BQ.1 के साथ-साथ BQ.1.1 संक्रमण वर्तमान में देश के COVID मामलों का 11% है। एक महीने से भी कम समय पहले ये कुल मामलों का सिर्फ 1% था।
वैज्ञानिकों के अनुसार, BQ.1 और BF.7 दोनों में उत्परिवर्तन होते हैं जो उन्हें संक्रामक और प्रतिरक्षा को चकमा देने में अच्छा बना सकते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि बीक्यू.1 जैसे वेरिएंट उस प्रतिरक्षा से भी बच सकते हैं जो लोगों ने पहले संक्रमण या टीकाकरण से बनाई है।
वैज्ञानिकों ने सतर्क रहने की दी चेतावनी
शीर्ष अमेरिकी चिकित्सक-वैज्ञानिक और प्रतिरक्षाविज्ञानी डॉ एंथनी फाउची की सलाह है कि किसी को भी COVID-19 से बहुत समय से पहले जीत की घोषणा नहीं करनी चाहिए और इन उभरते हुए रूपों पर अपनी नजर बनाए रखनी चाहिए।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) के एक वैज्ञानिक ने कहा, ये सभी अगली पीढ़ी के स्ट्रेन या सार्स-कोव-2 के ओमिक्रोन वेरिएंट की संतान हैं। इस साल जनवरी में ओमिक्रोन के उभरने के बाद से हमने वायरस का ऐसा एक बिल्कुल नया रूप नहीं देखा है। हालांकि, सब-वेरिएंट कहे जाने वाले इन उप-संस्करणों में भी वृद्धि होने की क्षमता होती है, इसलिए उन्हें अनदेखा नहीं किया जाना चाहिए।
ध्यान रखने योग्य लक्षण
डॉक्टर्स के मुताबिक, नया सब वेरिएंट फुल वैक्सीनेट और अच्छी इम्यूनिटी वाले लोगों को भी चपेट में ले सकता है। राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार ग्रुप (NTAGI) में वैक्सीनेशन के चेयरमैन डॉ एनके अरोड़ा के मुताबिक, शरीर में दर्द इसका मुख्य लक्षण है। यदि किसी को लंबे समय से शरीर में दर्द हो रहा है तो उसे कोरोना टेस्ट कराने की जरूरत होगी। इसके अलावा गले में खराश, थकान, कफ और बहती नाक भी इस सब वेरिएंट के लक्षण हो सकते हैं।
भारत में फिलहाल इस कोविड वेरिएंट का दबदबा
Omicron के सब –वेरिएंट BA.2 और इसके उप-वंश मुख्य रूप से BA.2.75 भारत में अधिकांश मामलों के लिए जिम्मेदार हैं। रिपोर्टों के अनुसार, ये भारत के 80% कोरोना केसों के लिए जिम्मेदार हैं। BA.5 और इसके उप-वंश वर्तमान में भारत में COVID के 5% से भी कम मामलों के लिए जिम्मेदार हैं।
बता दें कि पिछले 24 घंटे में देशभर में कोरोना के 1542 नए मामले सामने आए हैं। राहत की बात ये है कि पिछले 24 घंटे में एक भी मौत की रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई। पिछले छह माह में सामने आये ये सबसे कम मामले हैं। देश में कुल संक्रमितों का आंकड़ा 4,46,32,430 पर पहुंच चुका है। सक्रिय मामलों की संख्या भी घटकर 26,449 हो गई है।