Meerut News: मेरठ में कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा, एक दर्जन से अधिक मकानों में दरार आने से दहशत में लोग

Meerut News: मामले की गंभीरता को देखते हुए डालमपाड़ा,रामगली और तीरगरान इलाके के दरारग्रस्त एक दर्जन से भी अधिक मकानों को खाली करने का नोटिस नगर निगम ने भवन स्वामियों को दे दिए हैं।

Report :  Sushil Kumar
Update:2023-09-09 22:21 IST

Meerut News(Pic:Newstrack)

Meerut News: उत्तरप्रदेश के मेरठ शहर के पुराने इलाके के एक दर्जन से भी अधिक मकानों में आई दरार के चलते वहां रहने वाले लोग दहशत में हैं। प्रतिदिन यह दरारें बड़ी होती जा रही हैं। कुछ मकान के हालात तो ऐसे हो गए हैं, जिसको लेकर वहां रह रहे लोग रात को सोने में भी डरते हैं। वहीं, मामले की गंभीरता को देखते हुए डालमपाड़ा,रामगली और तीरगरान इलाके के दरारग्रस्त एक दर्जन से भी अधिक मकानों को खाली करने का नोटिस नगर निगम ने भवन स्वामियों को दे दिए हैं। बता दें कि मेरठ शहर के जिन इलाको के मकानों में दरार आई है, वह सबसे पुराना और ऊंचा इलाका माना जाता है। क्षेत्र वासियों का कहना है कि जिस तरीके से यह दरारें आई हैं, उससे लोगों में काफी दहशत है। अभी तक यह नहीं पता चल पाया कि आखिर क्या कारण है जो इस तरीके से इन मकानों में दरारें देखने को मिल रही हैं।

एडीएम ने हालत का लिया जायजा

अपर नगर आयुक्त प्रमोद कुमार ने बताया कि तीरगरान,रामगली और डालमपाड़ा इलाके के कुल 19 भवन स्वामियों को सुरक्षा की दृष्टि से मकान खाली करने या उसकी मरम्मत कराकर सुरक्षित कर लेने का नोटिस दिया गया है। वहीं स्थानीय लोगो ने संभावना जताई है कि मिट्टी खिसकने से मकानों में दरार आई है। स्थानीय लोगो के अनुसार महापौर हरिकांत अहलूवालिया से भी इस मामले की शिकायत की गई है। महापौर हरिकांत अहलूवालिया ने डीएम को पत्र भेजकर उच्चस्तरीय टीम से जांच का आग्रह किया था। मेयर ने नगर निगम अधिकारियों के साथ खुद मौके का जायजा लिया था। बाद में डीएम ने एडीएम सिटी ब्रजेश कुमार सिंह के नेतृत्व में विभिन्न विभागों की टीम गठित की। टीम ने जाकर मौका-मुआयना किया। साथ ही लोगों से जानकारी ली। टीम ने रिपोर्ट दी कि भवन निर्माण को लेकर आईआईटी रुड़की से जांच कराना उचित रहेगा।

इस संबंध में डीएम दीपक मीणा ने बताया कि सूचना मिलने के बाद जिला प्रशासन के अफसरों की टीम वहां भेजी गई थी। एडीएम सिटी को इस पूरे मामले में आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए गए थे। जो रिपोर्ट उपलब्ध कराई गई है तो उसके आधार पर अब आईआईटी रुड़की से सम्पर्क कराकर तकनीकी विशेषज्ञ द्वारा जांच कराने के लिए कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि कोशिश है कि जल्द से जल्द यह स्पष्ट हो कि आखिर वह क्या वजह है जो वहां घरों में दीवारों में दरार पड़ रही हैं। प्रशासन इस मामले को गंभीरता से ले रहा है। 

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