दलित परिवार धरने पर बैठा,नहीं बढ़ रहे कोई कदम इनकी ओर
देशवासियों को न्याय मिल सके, इसके लिये 26 जनवरी 1949 में बने क़ानून का आगाज़ हुआ, और आज देश उसकी 69 याद को मना रहा है।लेकिन बड़ा सवाल ये है के क्या 69 साल पहले बने कानून का लोगों को सही फ़ायदा मिल पा रहा है। भूमाफियाओं से अपना घर बचाने के लिये क़ा
सुलतानपुर: देशवासियों को न्याय मिल सके, इसके लिये 26 जनवरी 1949 में बने क़ानून का आगाज़ हुआ, और आज देश उसकी 69 याद को मना रहा है।लेकिन बड़ा सवाल ये है के क्या 69 साल पहले बने कानून का लोगों को सही फ़ायदा मिल पा रहा है। भूमाफियाओं से अपना घर बचाने के लिये क़ानून के रखवालों से रहम की भीख नहीं मिलने के बाद कई दिनों से दलित परिवार के धरने पर बैठे होने के बाद भी कोई कदम इनकी ओर नहीं बढ़े।
खैराबाद मोहल्ले का मामला
आपको बता दें कि कोतवाली नगर के खैराबाद मोहल्ले का एक दलित परिवार बीते कई दिनों से धरने पर बैठा है।
धरने पर बैठी दलित रामखेलावन की पुत्री मीरा की मानें तो उसके मां-बाप की मौत हो चुकी है। बेसहारा मीरा ने आरोप लगाया है कि मां-बाप की मौत के बाद चमेला नाम की एक महिला ने उसके पिता की पत्नी बनकर उसकी सम्पत्ति को एक भू- माफिया के हाथों एग्रीमेंट कर दिया।दीवानी न्यायालय में विचाराधीन है मामला
आपको बता दें कि उक्त आराजी का मामला दीवानी न्यायालय में विचाराधीन है। आरोप है के कुछ दिन पूर्व भू- माफिया अपने गुर्गों के संग मौके पर पहुंचा और पीड़िता के मकान की दीवाल तोड़ते हुए उस पर कब्जा कर लिया, विरोध पर अंजाम भुगतने की धमकी भी दी।
चल रहा निर्माण कार्य
उक्त मामले में पीड़िता की ओर से कोतवाली में शिकायत भी की गई। लेकिन सरकार के सख़्त निर्देश के बावजूद निर्माण रुका नहीं। धरने पर बैठे दलितों ने बताया कि अवैध कब्जे की कार्यवाही के लिए डायल 100 को भी सूचना दी गई, लेकिन पुलिस ने कोई कार्यवाही नही किया।
कोतवाल बोले नहीं मिला शिकायती पत्र
इस बाबत कोतवाल अजय सिंह का कहना है कि उन्हें कोई शिकायती पत्र मिला ही नहीं है, अभी वह गणतंत्र दिवस तैयारी को लेकर चेकिंग अभियान में हैं। 27 जनवरी को पुनः प्रार्थना पत्र मिलने के बाद कार्यवाही की जाएगी।