फतवा! बिना जरूरत CCTV कैमरे लगवाना नाजायज

दारुल उलूम देवबंद का एक फतवा सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। हालांकि यह फतवा एक साल पुराना है। फतवा मागने वाले ने दारुल उलूम देवबंद की इफ्ता कमेटी से सवाल कर जवाब मागा था कि क्या अपनी दुकान व मकान के बाहर सीसीटीवी कैमरे लगवा सकते है या नहीं, शरियत क्या कहती है?

Update: 2019-06-20 15:25 GMT

सहारनपुर: दारुल उलूम देवबंद का एक फतवा सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। हालांकि यह फतवा एक साल पुराना है। फतवा मागने वाले ने दारुल उलूम देवबंद की इफ्ता कमेटी से सवाल कर जवाब मागा था कि क्या अपनी दुकान व मकान के बाहर सीसीटीवी कैमरे लगवा सकते है या नहीं, शरियत क्या कहती है?

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इस बारे में दारुल उलूम की इफ्ता कमेटी से जवाब आया कि अगर बहुत ज्यादा ही जरूरत है, तो लगवा सकते है। वैसे इस्लाम मे बगैर जरूरत फोटो खिचवाना या कैमरे लगवाना इसकी इस्लाम मे जरूरत नहीं है और ये नाजायज है।

मदरसा जामिया शेखूल हिंद के मुफ्ती असद कासमी का कहना है कि किसी का कोई मकान है दुकान है और वहां पर लोगों की आना जाना रहता है तो उसके बाहर सीसीटीवी कैमरा लगवाना कैसा है और शरीयत के अंदर इसका क्या हुकुम है ?

दारुल उलूम देवबंद ने फतवे को मद्देनजर रखते हुए फतवे का जो जवाब दिया है उसके अंदर दारुल उलूम देवबंद ने यही कहा है कि अगर ज्यादा जरूरत है तो सीसीटीवी कैमरा लगाया जा सकता है लेकिन अगर बिना जरूरत बगैर ना हो फिर सीसीटीवी कैमरा लगाया जाए तो शरीयत के अंदर इसकी इजाजत नहीं है।

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