UPSRTC: कर्मचारियों की कमी के चलते आउटसोर्स एजेंसियों को दी जाएंगी 19 डिपो वर्कशाप
UPSRTC: अब उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा चयनित किये जायेंगे परिवहन निगम में समूह ’क’ एवं ’ख’ संवर्ग के अधिकारी।
UPSRTC: उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के डिपो वर्कशाप में कर्मचारियों की कमी के चलते अब 19 डिपो वर्कशाप को आउटसोर्स एजेंसियों को दी जाने की तैयारी की जा रही है। उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने बताया कि नवीन तकनीक के आने के साथ-साथ उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम द्वारा अपनी कार्यशैली में समयानुसार परिवर्तन किया जा रहा है। जैसे-ट्रांसपोर्ट प्लानिंग एवं आधुनिक इलेक्ट्रिक बसों के लिए नीति निर्धारण आदि के संबंध में परामर्शी आबद्ध किये जाने के लिए अर्हता/अनुभव परिवर्तन सम्बंधी अनुमोदन निदेशक मण्डल द्वारा भी प्रदान किया गया है। उन्होंने बताया कि शीघ्र ही निविदा के माध्यम से चयन की कार्यवाही की जायेगी।
वर्कशाप में कर्मचारियों की कमी, आउटसोर्स पर दिए जाएंगे 19 डिपो
परिवहन मंत्री ने बताया कि वर्कशाप में कर्मचारियों की कमी को देखते हुए 19 डिपो वर्कशाप प्रथम चरण में प्रयोग के तौर पर आउटसोर्स पर दिये जायेंगे। जिसके माध्यम से ऐसे सेवा प्रदाता का चयन किया जायेगा जो बीएस-6 मॉडल की डीजल बसें, सीएनजी एवं इलेक्ट्रिक बसों के संबंध में दक्ष कर्मचारी उपलब्ध करायेगा। इससे यात्रियों को परिवहन निगम द्वारा अच्छी सुविधा प्रदान की जा सकेगी। उन्होंने बताया कि प्रथम चरण में ताज, नजीबाबाद, झॉसी, देवरिया, साहिबाबाद, बदॉयू, अवध, कैण्ट, सो0 गेट, हरदोई, सुल्तानपुर, बांदा, छुटमलपुर, इटावा, जीरोरोड, बलरामपुर, एटा, विकासनगर, बलिया को आउटसोर्स पर लिया जायेगा।
UPSRTC के समूह "क" और "ख" कर्मचारियों का चयन UPPSC के माध्यम से
परिवहन मंत्री ने बताया कि अधिकारियों एवं कर्मचारियों की भर्ती आवश्यकतानुसार न हो पाने के कारण परामर्शी आबद्ध किये जाने की योजना है, जो अपने क्षेत्र के विशेषज्ञ होंगे। उन्होंने बताया कि “सीधी भर्ती” के समूह "क" एवं "ख" श्रेणी के समय-समय पर रिक्त होने वाले समस्त पदों पर उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC), प्रयागराज से भर्ती कराए जाने के लिए अधिकारी सेवा विनियमावली, 1998 में प्राविधान से सम्बंधी प्रस्ताव शासन के माध्यम से उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग प्रयागराज को भेजे जाने का अनुमोदन प्रदान किया जा चुका है। अब विभाग को नियमित अधिकारी उपलब्ध होंगे।
प्रदूषण कम करने के लिए बीएस-6, डीजल और सीएनजी बसों का संचालन
परिवहन मंत्री ने बताया कि बढ़ते प्रदूषण के दृष्टिगत बीएस-6 मॉडल की डीजल बसें, सीएनजी एवं इलेक्ट्रिक बसों का संचालन किया जायेगा। उन्होंने बताया कि परिवहन निगम द्वारा 100 नई वातानुकूलित इलेक्ट्रिक बसें क्रय कर बस बेडे़ में सम्मिलित किया जायेगा तथा 250 वातानुकूलित बसों को जीसीसी मॉडल पर अनुबन्ध पर लिया जायेगा। जिसका अनुमोदन हो चुका है।
प्रयागराज महाकुम्भ-2025 में चलेंगी इलेक्ट्रिक बसें
दयाशंकर सिंह ने बताया कि प्रयागराज में जनवरी 2025 में महाकुम्भ आयोजित हो रहा है। जिसके दृष्टिगत अधिक संख्या में बसों की आवश्यकता होगी। उन्होंने बताया कि आने वाले श्रद्धालुओं को सुरक्षित एवं सुविधाजनक परिवहन सेवा उपलब्ध कराने के लिए प्रयागराज मेला क्षेत्र में इलेक्ट्रिक बसों का संचालन किया जायेगा। जनपद के बाहर से आने वाले यात्रियों के लिए बीएस-6 डीजल बसें/सीएनजी बसों का संचालन किया जायेगा। इसके साथ-साथ लगभग 1350 नई बीएस-6 डीजल बसें अतिरिक्त क्रय करने की कार्यवाही गतिशील है।