राजनाथ सिंह का भरोसा: KGMU को दुनिया में मिलेगी पहचान, वैक्सीन पर बड़ा एलान

भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने केजीएमयू के स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर कहा कि चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी पूरे भारत में एक हैसियत और अहमियत रखती है।

Update:2020-12-22 18:56 IST

लखनऊ: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) के स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर वर्चुअल संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कोरोना संकट के बीच डॉक्टरों के परिश्रम की सराहना की। वहीं चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी की अहमियत भी बताई। रक्षा मंत्री ने कोविड -19 वैक्सीन पर भी एलान किया है।

केजीएमयू के स्थापना दिवस समारोह में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का वर्चुअल संबोधन

भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) सिर्फ उत्तर प्रदेश मे ही नहीं, पूरे भारत में अपनी एक हैसियत और अहमियत रखती है। सौ वर्षों से भी अधिक समय से यह संस्थान अब तक करोड़ों रोगियों का उपचार कर चुका है।

KGMU को Centre of Excellence बनाना संभव

आज 2020 में जब हम खड़े है तो एक संस्थान के रूप में KGMU को हम तीस साल बाद यानि 2050 में कहां देखना चाहते हैं, यह तय करना भी काफी जरूरी हो जाता है। क्या संस्थान पूरी दुनिया में ‘Centre of Excellence' के रूप में अगले तीस सालों में स्थापित नही हो सकता? यह संभव है।



उन्होने बताया कि केंद्र सरकार ने सहमति बना ली है कि जब भी देश में वैक्सीन लगने का सिलसिला शुरू होगा तो सबसे पहले यह डॉक्टरों, पैरामेडिक स्टाफ और अन्य हेल्थ वर्कर्स को लगायी जायेगी। उन्होने कहा- कोरोना वायरस से लड़ते हुए हमारी Medical Fraternity ने जिस Sense of Sacrifice, Sincerity और Service का उदाहरण दिया हैं उसे पूरी मानवता हमेशा याद रखेगी।

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10 करोड़ गरीब परिवारों को पांच लाख रूपए प्रति वर्ष मुफ्त तक

इस देश का गरीब चिकित्सा पर होने वाले खर्च के बोझ के चलते चिकित्सा सुविधाओं से महरूम न रहे इसके लिए हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के 10 करोड़ गरीब परिवारों के लिए पांच लाख रूपए प्रति वर्ष तक का इलाज मुफ्त करा सके ऐसी ‘आयुष्मान भारत’ योजना प्रारंभ की है।



दस करोड़ गरीब परिवार का मतलब हुआ कि भारत के करीब पचास करोड़ लोगों को सरकार ने एक ऐसा ‘स्वास्थ्य रक्षा कवच' प्रदान किया है जिसके अंतर्गत गरीब से गरीब व्यक्ति भी 1574 Medical Procedures करा सकते हैं।

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रूस की कोरोना वैक्सीन स्पूतिनिक-V पर एलान

राजनाथ सिंह ने आगे कहा कि कोविड-19 महामारी ने भारत को उस लड़ाई के लिए मजबूर कर दिया, जिसके बारे मे कभी कल्पना नहीं की थी। उन्होंने कहा, 'इस लड़ाई में सैनिक और गोला बारूद की जगह चिकित्सा बिरादरी आगे हैं जो अदृश्य दुश्मन को रोकने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। यह ऐसी स्थिति है जो करीब सौ साल पहले स्पेनिश फ्लू महामारी के दौरान आई थी।'



उन्होनें कहा कि भारत में जल्द ही रूस की कोरोना वैक्सीन स्पूतिनिक-V पहुंच जाएगी। कहा कि, मुझे विश्वास है कि वैज्ञानिक जल्द ही परीक्षण पूरा कर लेंगे। सबसे पहले डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन देने पर सहमति बनी है।

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