Deoria Murder Case: देवरिया हत्याकांड में योगी सरकार की बड़ी कार्रवाई, एसडीएम, सीओ और तहसीलदार सहित 15 सस्पेंड

Deoria Murder Case: देवरिया हत्याकांड में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ी कार्रवाई की। लापरवाह राजस्व कर्मियों और पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी है। सीएम योगी ने कहा कि, किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा।

Report :  aman
Update: 2023-10-05 12:18 GMT

cm yogi (Social media)

Deoria Murder Case: उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में हुए दिल दहला देने वाले हत्याकांड में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने गुरुवार (05 अक्टूबर) को बड़ी कार्रवाई की। इस मामले में लापरवाह राजस्व कर्मियों (Revenue Officials) और पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी। जिन पर सरकार का एक्शन हुआ उनमें उपजिलाधिकारी, 1 क्षेत्राधिकारी, दो तहसीलदार, तीन लेखपाल, 1 हेड कांस्टेबल, 4 कांस्टेबल, 2 हल्का प्रभारी और 1 थाना प्रभारी को सस्पेंड कर दिया गया है। इस हत्याकांड की समीक्षा के दौरान सीएम योगी ने कहा कि, किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा।

आपको बता दें, कि सरकार की रिपोर्ट में फतेहपुर गांव में हुए हत्याकांड (Fatehpur massacre) में कर्मचारियों और अधिकारियों की लापरवाही सामने आई है। सत्य प्रकाश दुबे (Satya Prakash Dubey) ने ग्राम समाज की जमीन पर अवैध कब्जे के संबंध में एकीकृत शिकायत निवारण प्रणाली (आईजीआरएस) के तहत कई शिकायतें की थी। ये सभी शिकायतें पुलिस विभाग और राजस्व विभाग (Revenue Department) को भेजी गई थीं। लेकिन, दोनों विभागों के अधिकारियों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। जिसकी परिणति इस हत्याकांड के रूप में सामने आया।  

रिपोर्ट के बाद, गिरी गाज

सरकार की रिपोर्ट सामने आने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए। फलस्वरूप, उपजिलाधिकारी, क्षेत्राधिकारी, 2 तहसीलदार, 3 लेखपाल, हेड कॉन्स्टेबल, 4 कॉन्स्टेबल, 2 हल्का प्रभारी और थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है।

ये हुए सस्पेंड, विभागीय कार्रवाई के भी आदेश 

इस मामले में लापरवाही बरतने पर वर्तमान उपजिलाधिकारी योगेश कुमार गौड़ (Yogesh Kumar Gaur) और क्षेत्राधिकारी रुद्रपुर जिलाजीत को तत्काल सस्पेंड करने का आदेश सीएम योगी आदित्यनाथ ने दिया। पूर्व में उपजिलाधिकारी रहे राम विलास (Ram Vilas), ओम प्रकाश (Om Prakash), ध्रुव शुक्ला (Dhruv Shukla) और संजीव कुमार उपाध्याय (Sanjeev Kumar Upadhyay) के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं। सेवानिवृत्त तहसीलदार वंशराज राम (Vanshraj Ram) और सेवानिवृत्त राजस्व निरीक्षक रामानन्द पाल (Ramanand Pal) के खिलाफ भी विभागीय कार्रवाई करने का आदेश दिया है। वहीं, अभय राज (वर्तमान में निलंबित तहसीलदार) को अतिरिक्त आरोप पत्र जारी करने के आदेश दिए हैं।

इसके अतिरिक्त, रामाश्रय तत्कालीन तहसीलदार, वर्तमान तहसीलदार जिला बलरामपुर को भी सस्पेंड करने के साथ विभागीय कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं। केशव कुमार (Keshav Kumar) तहसीलदार, रूद्रपुर को भी निलंबित करते हुए विभागीय कार्रवाई (Departmental Action) के आदेश जारी किए गए हैं। इसी तरह, विशाल नाथ यादव (Vishal Nath Yadav) (राजस्व निरीक्षक), राजनन्दनी यादव (क्षेत्रीय लेखपाल), अखिलेश (लेखपाल) को भी निलंबित करते हुए विभागीय कार्रवाई के आदेश दिए हैं। हेड कॉन्स्टेबल राजेश प्रताप सिंह (Head Constable Rajesh Pratap Singh), कॉन्स्टेबल अवनीश चौहान, हल्का प्रभारी उपनिरीक्षक जय प्रकाश दुबे (Jai Prakash Dubey) और प्रभारी निरीक्षक नवीन कुमार सिंह को भी सस्पेंड कर दिया गया है। इनके खिलाफ भी विभागीय कार्रवाई के आदेश दिए हैं।

इनके अलावा, पूर्व में आईजीआरएस के संदर्भों में निस्तारण में लापरवाही बरतने के लिए जिम्मेदार पाए गए कैलाश पटेल (Kailash Patel), कॉन्स्टेबल राम प्रताप कन्नौजिया (Constable Ram Pratap Kannaujiya), सुभाष यादव और सुनील कुमार, पूर्व प्रभारी निरीक्षक, तत्कालीन क्षेत्राधिकारी दिनेश कुमार सिंह यादव को भी निलंबित कर विभागीय कार्रवाई के निर्देश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिए हैं। 

क्या है मामला?

गौरतलब है कि, यूपी के देवरिया जिले के रुद्रपुर तहसील के फतेहपुर गांव में भूमि विवाद में 6 लोगों की हत्या कर दी गई थी। देवरिया हत्याकांड ने पूरे प्रदेश को हिला कर रख दिया था। घटना को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी नाराजगी जाहिर की थी। इसी मामले में आज बड़ी कार्रवाई हुई है। 

अधिकारियों पर एक्शन से खुश नहीं पीड़ित

देवरिया में 2 अक्टूबर को हुए भीषण हत्याकांड में लापरवाह अधिकारियों तथा कर्मचारियों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के एक्शन पर मृतक सत्य प्रकाश दुबे के बेटे देवेश का बयान आया है। देवेश ने कहा, 'अधिकारियों पर हुई कार्रवाई से मैं संतुष्ट नहीं हूं। मेरे परिवार को बकरियों की तरह काटा गया। क्या इस कारवाई से मेरे मां-बाप वापस लौट सकते हैं। देवेश ने कहा, अगर अधिकारियों ने पहले ही इस मामले का संज्ञान लिया होता तो ऐसी घटना ही नहीं होती। मेरी संपत्ति वापस दिलाई जाए और प्रेम यादव का मकान गिराया जाए।'

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