Deoria News: पिता को मृत दिखा बेटों ने हड़पी करोड़ों की संपत्ति, दर-दर भटकने को मजबूर
Deoria News: बेटे ने अपने ही पिता को कागजों में मृत दिखाकर उसकी करोड़ों की संपत्ति अपने नाम करा ली। पीड़ित पिता DM के जनता दर्शन में पहुंचा और गुहार लगाई।
Deoria News: चंद रुपयों के लिए इंसान किस हद तक जा सकता है। आज के समय में इसका अंदाज़ा लगा पाना कोई बड़ी बात न होगी। कोई पैसो के लिए अपने माँ-बाप को मार देता है तो कोई अपने भाई को। आज ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले से सामने आया है। जो पिता और पुत्र के रिश्ते को शर्मसार कर देने वाला है। एक बेटे ने अपने ही पिता को कागजों में मृत दिखाकर उसकी करोड़ों की संपत्ति अपने नाम करा ली। जब पीड़ित पिता को इस बात की जानकारी हुई तो उसने इसकी शिकायत दर्ज कराई और SDM के पास पहुंचा। उनका कहना है कि उनकी कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। इसके बाद पीड़ित पिता ने DM के जनता दर्शन में जाकर गुहार लगाई।
यह है पूरा मामला
पीड़ित हरिश्चंद यादव तहसील रुद्रपुर ग्राम अहलादपुर मरकड़ी के निवासी हैं। उनके तीन बेटे विजय, मनोज, और अमित हैं। उनके छोटे बेटे अमित की मौत हो चुकी है। हरिश्चंद ने अपनी पत्नी पानमती के नाम से कई बीघा जमीन खरीदी थी और उन्होंने एक इंटर कॉलेज भी बनवाया था। जिसमें वह स्वयं प्रबंधक रहे। उसके बाद में इस पद को उन्होंने अपने बेटे को सौंप दिया।
जून 2023 में हरिश्चंद्र की पत्नी पानमती का निधन हो गया। इस समय हरिश्चंद्र यादव की संपत्ति का मूल्य करोड़ों में है। उनके दोनों बेटे मनोज यादव और विजय यादव ने कागजों में धोखाधड़ी करके सभी जमीनों को अपने नाम से विरासत में दर्ज करा लिया। यही नहीं खतौनी में उनका नाम कटवाकर खारिज करा दिया गया। बाकी कागजों में स्व. हरिश्चंद्र यादव का उल्लेख है और संपत्ति का पूरा विवरण उनके बेटों के नाम पर दर्ज है।
बेटों ने की साजिश
हरिश्चंद ने बताया कि उन्होंने सारी प्रॉपर्टी पत्नी के नाम पर खरीदी थी, उनका 2023 में निधन हो गया था। उनके बेटों ने उन्हें कागजों पर मृत दिखाकर संपत्ति पर क़ब्ज़ा कर लिया है और उन्हें मारने की धमकियाँ दी जा रही हैं। जब हरिश्चंद यादव को इस बारे में पता चला, तो वे अचंभित रह गए। उन्होंने कहा कि उनके बेटे कभी भी उनकी हत्या कर सकते हैं। उनका इंटर कॉलेज था, जिसमें उन्होंने अपने बेटे को प्रबंधक बना दिया। अब जब वे खुद वहां जाना चाहते हैं, तो उन्हें पुलिस के हवाले करने की धमकी दी जा रही है। जब वह रुद्रपुर तहसील में जाकर एसडीएम से मिले, तो उनकी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया गया।
हरिश्चंद्र ने कहा, "बेटों ने साजिश के तहत सभी संपत्ति अपने नाम दर्ज करा ली है। हमको पेपर में मृतक दिखा दिया है। मैं चाहता हूं कि मुझे न्याय मिले। बेटे मुझे मरवाने के लिए धमकी दे रहे हैं। हमारे बेटे हमारे पीछे गुंडे लगाए हुए हैं। यह कभी भी हमें मार सकते हैं। मेरा बेटा मनोज कहता है कि स्कूल की सीढ़ी पर चढ़ गए तो फिंकवा देंगे। परिवार रजिस्टर में मेरा नाम अभी भी दर्ज है, लेकिन खतौनी में स्वयं का नाम दर्ज किया गया है।"
जिलाधिकारी ने दिए जांच के आदेश
जब पीड़ित पिता की कहीं पर भी कोई सुनवाई नहीं हुई तो वह DM के जनता दर्शन में गए। वाहन जाकर उन्होंने अपनी साडी आपबीती सुनाई। अपर जिलाधिकारी गौरव कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि हरिश्चंद्र यादव रुद्रपुर के निवासी हैं और उनके द्वारा एक आवेदन दिया गया है। आवेदन में उनके पुत्रों ने उन्हें मृत दिखाकर विरासत के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था, जिसमें विरासत दर्ज हो गई है। इस मामले को संज्ञान में लिया गया है। एसडीएम रुद्रपुर इस मामले को जांचेंगे। जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।