UP News: यूपी के जेलों का आईपीएस रैंक के अधिकारी करेंगे निरीक्षण, 12 अप्रैल तक सौंपनी होगी रिपोर्ट
UP News: बताया जा रहा है कि जेल में इन अपराधियों ने एक ऐसा नेटवर्क खड़ा कर लिया है, जिसकी बदौलत वह जो चाहते हैं उन्हें हासिल हो जाता है। हाल फिलहाल की कई घटनाएं इसका उदाहरण है।
UP News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कमान संभालने के बाद से उत्तर प्रदेश में निश्चित तौर पर माफियाओं, अपराधियों और बदमाशों की व्यापक पैमाने पर धरपकड़ हुई है। कई कुख्यात या तो पुलिसिया एनकाउंटर मार गिराए गए या गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे डाल दिए गए हैं। जिनमें अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी जैसे खतरनाक अपराधी भी शामिल हैं। लेकिन परेशान करने वाली बात ये है कि अंदर होने के बावजूद बाहर में इनके गैंग काफी एक्टिव हैं और वारदातों को अंजाम दे रहे हैं।
बताया जा रहा है कि जेल में इन अपराधियों ने एक ऐसा नेटवर्क खड़ा कर लिया है, जिसकी बदौलत वह जो चाहते हैं उन्हें हासिल हो जाता है। हाल फिलहाल की कई घटनाएं इसका उदाहरण है। ऐसे में यूपी सरकार ने जेलों में अपराधियों को मिलने वाली रियायत व मनमानी पर लगाम कसने का निर्णय लिया है। इसके लिए आईपीएस अधिकारियों की एक टीम बनाई गई है जो प्रदेश के विभिन्न जेलों का निरीक्षण कर ऊपर अपना रिपोर्ट भेजेगी।
11 कारागारों का होगा निरीक्षण
डीजी जेल एसएन साबत ने पांच आईपीएस अधिकारियों की एक टीम गठित की है, जो प्रदेश के 11 जेलों का निरीक्षण कर उन्हें रिपोर्ट सौंपेगी। इनमें केंद्रीय कारा और जिला कारा दोनों शामिल हैं। सभी आईपीएस अधिकारियों को 12 अप्रैल की दोपहर तक रिपोर्ट सबमिट करने का निर्देश दिया गया है। जेल विभाग की ओर से जारी आदेश में आईपीएस अधिकारियों को संबंधित जेलों के निरीक्षण की जिम्मेदारी दी गई है। जो इस प्रकार हैं –
- आईपीएस शिव हरि मीणा (प्रयागराज और चित्रकूट जिला कारागार)
- IPS सुभाष चंद्र कश्यप (जौनपुर और आजमगढ़ जिला कारागार)
- IPS हिमांशु कुमार (वाराणसी, वाराणसी और सोनभद्र जिला कारागार)
- IPS राजेश कुमार श्रीवास्तव (बलिया और मऊ जिला कारागार)
- IPS हेमंत कुटियाल ( फतेहपुर और बांदा जिला कारागार)
बता दें कि यूपी जेल प्रशासन ने हाल ही में प्रयागराज, बांदा और बरेली के जेल अधीक्षकों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें सस्पेंड कर दिया था।