Dharmendra Yadav Video: कार चेकिंग को लेकर पुलिस से भिड़ गए पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव, जमकर हुई कहासुनी
Dharmendra Yadav Video: धर्मेंद्र यादव पुलिस से उलझ गए। पुलिस ने जैसे ही सपा नेता का काफिला चेकिंग के वास्ते रोका, धर्मेंद यादव उखड़ गए।
Dharmendra Yadav Video: उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सबसे सुरक्षित सीटों में शुमार मैनपुरी में लोकसभा उपचुनाव को लेकर राजनीतिक घमासान मचा हुआ है। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी यहां भी आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा उपचुनाव सरीखे परिणाम दोहरा कर सपा को जबरदस्त झटका देना चाहती है। दोनों दलों के बीच कड़ा मुकाबला है और प्रचार पर धुंआधार हो रहा है। गुरूवार को सपा के पूर्व सांसद और अखिलेश यादव के चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव पुलिस से उलझ गए। पुलिस ने जैसे ही सपा नेता का काफिला चेकिंग के वास्ते रोका, धर्मेंद यादव उखड़ गए।
दरअसल, गुरूवार को पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव मैनपुरी में डिंपल यादव का प्रचार – प्रसार कर अपने आवास लौट रहे थे। कुरावली में एसपी कमलेश दीक्षित के नेतृत्व में पुलिस आने-जाने वाले वाहनों की चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान सपा नेता का काफिला भी वहां से गुजरा था। पुलिस ने उनकी गाड़ियों को रोककर चेकिंग की। चेकिंग के दौरान पूर्व सांसद नाराज हो गए और पुलिस पर मनमानी का करने का आरोप लगाते हुए विरोध करने लगे।
पुलिस ने जिले में आतंक मचा रखा है – धर्मेंद्र यादव
पुलिस द्वारा गाड़ी रोकने पर पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव ने कहा कि उनके आगे से ही भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं की गाड़ी निकल रही थी। उन्हें पुलिस चेक नहीं कर रही थी। उन्होंने पुलिस से कहा, मेरी आप जेब भी चेक कर लीजिए, मगर ये ठीक नहीं है कि मेरे सामने ही भाजपा नेताओं की गाड़ी निकल गई मगर उन्हें चेक नहीं किया गया। यह डेमोक्रेसी पर अत्याचार है। आपलोगों ने (पुलिस) ने जिले में आतंक मचा रखा है। ये बिल्कुल ठीक नहीं है। सपा नेता और पुलिस के बीच झड़प का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
आजमगढ़ से चुनाव हार गए थे धर्मेंद्र यादव
नेता प्रतिपक्ष और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव मैनपुरी से लोकसभा सांसद रह चुके हैं। यादव को पिछले दो लोकसभा चुनाव से शिकस्त झेलना पड़ रहा है। साल 2019 के आम चुनाव में उन्हें बदायूं सीट से बीजेपी की उम्मीदवार संघमित्रा मौर्य ने शिकस्त दी थी। मौर्य बीजेपी से सपा में शामिल हुए कद्दावर नेता स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी हैं। इसके बाद धर्मेंद्र यादव अखिलेश यादव की सीट आजमगढ़ से मैदान में उतरे। उपचुनाव में यहां भी उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा। भोजपुरी स्टार और बीजेपी प्रत्याशी दिनेशलाल यादव उर्फ निरहुआ ने उन्हें हरा दिया था।
बता दें कि सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद मैनपुरी लोकसभा की सीट खाली हो गई थी। इस वजह से इस सीट पर अब उपचुनाव हो रहा है। मैनपुरी समेत दो अन्य सीटों पर 5 दिसंबर को मतदान होना है, जिसके नतीजे 8 दिसंबर को आएंगे। सपा की ओर से जहां अखिलेश यादव की पत्नी और पूर्व सांसद डिंपल यादव मैदान हैं तो वहीं बीजेपी ने कभी शिवपाल यादव के बेहद करीबी रहे रघुराज सिंह शाक्य पर दांव लगाया है।