Hathras News: आपरेशन से डिलीवरी करने के जिला महिला अस्पताल में ले लिए 10 हजार

Hathras News: बात सीएमएस तक पहुंची, सीएमएस ने लिखित में शिकायत देने की बात कही। जिस पर प्रसूता के पिता ने लिखित में शिकायत की है। जिसे लेकर अब अस्पताल प्रशासन मामले की रफा-दफा कराने में जुटा है।

Update: 2023-04-01 22:19 GMT
फ़ोटो: हाथरस जिला महिला अस्पताल में आपरेशन से डिलीवरी करने के लिए 10 हजार लिए

Hathras News: जिला महिला अस्पताल में प्रसव के नाम पर वसूल का खेल थमने का नाम नहीं ले रहा है। आए दिन सामने आते हैं ऐसे मामले, बाद में तीमारदारों को समझा बुझाकर जिम्मेदार कर देते हैं कार्रवाई के नाम पर इतिश्री। सीजर से प्रसव करने के नाम पर रुपए लिए जाने के मामले में जमकर हंगामा हुआ। महिला के पिता ने सीएमएस से लिखित में शिकायत की, वहीं अब अस्पताल प्रशासन मामले की लीपा-पोती में लगा।

हाथरस शहर के मोहल्ला नाई का नगला निवासी शीनू की पत्नी को शुक्रवार की शाम को प्रसव पीड़ा हुई। जिस पर रात को करीब नौ बजे परिजन उसे जिला महिला अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां पर महिला के परिवार के लोगों को यह कर डरा दिया गया कि उसके बच्चा आसानी से नहीं होगा, आॅपरेशन करना पड़ेगा। जिस पर महिला के मायके के लोग भी गांव इनायतपुर हसायन से महिला अस्पताल पहुंच गए।

महिला के पिता ने बताया कि उनके पास अस्पताल की एक महिला कर्मचारी आई और कहने लगी कि तुम्हारी पुत्री की जान खतरे में है, उसका ऑपरेशन करना पड़ेगा। इसके बदले दस हजार रुपए देने पड़ेंगे। इस बात से डरे महिला के पिता ने लेबर रूम के बाहर अस्पताल की स्टाफ को दस हजार रुपए दे दिए। इस बात की जानकारी जब अन्य लोगों को हुई तो बात अस्पताल की सीएमएस तक पहुंची, जिस पर सीएमएस ने लिखित में शिकायत देने की बात कही। जिस पर अब प्रसूता के पिता ने सीएमएस से इस मामले में लिखित में शिकायत की है। जिसे लेकर अब अस्पताल प्रशासन मामले की रफा-दफा कराने में जुटा है।

अल्ट्रसाउंड न करने पर हुआ था हंगामा-

जिला महिला अस्पताल पिछले काफी दिनों से काफी सुर्खियों में बना हुआ है। यहां पर कभी अल्ट्रासाउंड तो कभी जांच के नाम पर गर्भवती महिलाओं से वसूली का दौर चल रहा है। इन सब बातों की भनक विभाग के उच्चाधिकारियों को भी है, लेकिन वह कार्रवाई किए जाने की बात कह कर पल्ला झाड़ देते हैं।

अस्पताल से ले जाने की बात कहने पर दिए रुपए

महिला के साथ जिला अस्पताल आई उसकी ननद पुष्पा ने बताया कि उनसे अस्पताल प्रशासन के लोगों ने कहा कि या तो हमें दस हजार रुपए दो, नहीं तो अपने मरीज को बाहर ले जाओ, जिसके कारण रुपए देने पड़े। अगर रुपए नहीं देते तो यह लोग हमारी भाभी को बाहर निकाल देते। जिला महिला अस्पताल की सीएमएस डॉ शैली सिंह ने बताया कि इस संबंध में लिखित शिकायत प्राप्त हुई है। जिसकी जांच कराई जाएगी, जांच के आधार पर जो भी अस्पताल का स्टाफ इसमें शामिल होगा, उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को लिखा जाएगा, ताकि इस तरह की पुनरावृत्ति न हो।

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