जान प्यारी है नाः मनाइये छठ-करिये पूजा, लेकिन कोरोना प्रोटोकाल न तोड़ें

दिल्ली में संक्रमण बढ़ने से प्रदेश के सीमावर्ती जिलों में कोरोना के बढ़ते केसों को देखते हुए दिल्ली से आने-जाने वाले लोगों की रैंडम चेकिंग हो रही है। जिससे संक्रमण की पहचान समय से हो पा रही है।

Update: 2020-11-19 15:59 GMT
छठ पूजा और कोरोना, प्रोटोकॉल का शत-प्रतिशत करें पालन

लखनऊ: दिल्ली में संक्रमण बढ़ने से प्रदेश के सीमावर्ती जिलों में कोरोना के बढ़ते केसों को देखते हुए दिल्ली से आने-जाने वाले लोगों की रैंडम चेकिंग हो रही है। जिससे संक्रमण की पहचान समय से हो पा रही है। प्रदेश के अन्य जनपदों में संक्रमण की दर कम हुयी है। प्रदेश में संक्रमण कम होने से हाॅटस्पाॅट व कन्टेनमेंट जोन में कमी आयी है। इसके बाद भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि छठ का त्यौहार घर पर ही मनायें, अगर छठ पूजा का त्यौहार बाहर जाकर मनाते है तो कोविड-19 के प्रोटोकाॅल का शत-प्रतिशत पालन अवश्य करे।

सर्वोच्च न्यायालय ने शिक्षिक भर्ती का रास्ता साफ किया

अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल ने बताया कि सर्वोच्च न्यायालय ने शिक्षिक भर्ती का रास्ता साफ कर दिया हैं, और जल्द ही औपचारिकता पूरी करके शिक्षकों को नियुक्ति पत्र वितरित किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आर्थिक गतिविधियां और अधिक तेजी से बढ़ें, इसके लिए प्रदेश सरकार निरन्तर प्रयास कर रही है। इसके अतिरिक्त रोजगार के अवसर सृजित करने के लिए तथा आर्थिक गतिविधियां को और बढ़ाने के लिए सरकार के प्रोत्साहन से नई एमएसएमई इकाइयां खुल रही है।

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सहगल ने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा निरन्तर धान खरीद की समीक्षा की जा रही है। इस संबंध में सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि किसानों के धान की खरीद समय से हो तथा उन्हें धान व मक्का का न्यूनतम समर्थन मूल्य अवश्य मिले। धान और मक्का की खरीद का भुगतान किसानों को 72 घंटे के अन्दर सुनिश्चित किया जाये। पिछले कई वर्षों से पराली जलाने की घटनाओं में काफी कमी आयी है। राज्य सरकार द्वारा पराली प्रबंधन पर अनुदान दिया जा रहा है, ‘‘पराली दो और खाद लो‘‘ इस प्रकार के अभियान कई जनपदों में चलाये जा रहे है। दलहन के क्षेत्र में मूंगफली के खरीद का भी कार्यक्रम जल्द ही प्रारम्भ किया जायेगा, ताकि किसानों को अपनी फसल बेचने में किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े और उन्हें राज्य सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य समय पर उनकों मिलता रहे।

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श्रीधर अग्निहोत्री

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