गोरखपुर: गोरखपुर जिला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने जनपद के 8 मदरसों की मान्यता निरस्त करने की मदरसा शिक्षा बोर्ड के रजिस्ट्रार ने संस्तुति की है। सत्यापन के दौरान चार मदरसे बंद और 4 मानक पर खरे नहीं मिले थे ।8 में से 6 मदरसों का प्रबंधक एक ही शख्स है। जांच के बाद विभाग ने कई मदरसों को सुधार के लिए चेतावनी भी दी है।
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मदरसा शिक्षा परिषद ने भी सभी मदरसों को अपना पूरा विवरण परिषद की वेबसाइट पर अपलोड करने का आदेश दिया था जनपद में 168 मदरसे पंजीकृत मदरसे हैं। जिन्होंने भवन फर्नीचर छात्र संख्या व अन्य विवरण अपलोड किया था। इसके बाद अल्पसंख्यक कल्याण निदेशालय ने जिला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग को मदरसों का सत्यापन करने का आदेश दिया सत्यापन में पता चला की चार मदरसे बीते 1 वर्ष से बंद है। जबकि चार मदरसे मानक पर खरे नहीं उतरे वहां महज दो कमरे थे।
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पेयजल शौचालय बच्चों की बैठने के लिए बेंच जैसी बुनियादी सुविधाएं भी नहीं थी। बच्चों की उपस्थिति भी बहुत कम पाई गई नियमानुसार मदरसे में चार कमरे ऑफिस तथा प्रधानाचार्य का एक कक्ष होना चाहिए। यह मदरसे जंगल डुमरी नंबर 2 शहीद अब्दुल्लाह नगर रसूलपुर मानबेला हरसेवकपुर गोला और महुअर कोल में स्थित है।
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अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी संजय कुमार मिश्र ने बताया कि मानक पूरा न करने वाले 8 मदरसों इनकी मान्यता निरस्त करने की संस्तुति कर दी गई है। इसके अलावा कुछ मदरसों को सुधार के लिए नोटिस दी गई है।