हिन्दू-मुस्लिम एकता का प्रतीक बनेगा दशहरा और मुहर्रम, निकाली जागरूकता रैली
गंगा जमुना तहजीब का मिसाल रहे कानपुर में दशहरा और मुहर्रम मिलकर मनाया जाएगा l इसके लिए दोनों समुदायों ने मिलकर एक जागरूकता रैली भी निकाली और जागरूकता रैली जगह पर निकाली गई जो अति संवेदनशील इलाके में आता है l
कानपुर : गंगा जमुना तहजीब का मिसाल रहे कानपुर में दशहरा और मुहर्रम मिलकर मनाया जाएगा l इसके लिए दोनों समुदायों ने मिलकर एक जागरूकता रैली भी निकाली और जागरूकता रैली जगह पर निकाली गई जो अति संवेदनशील इलाके में आता है l
दोनों समुदायों ने मिलकर एक साथ नवरात्री ,दशहरा और मुहर्रम मनाने की बात की है l इसके साथ ही दोनों समुदाय एक दूसरे के पर्व को मनाने में मदद करने की शपथ खाई है l
लोगों को दिया संदेश
रावतपुर इलाका जहां पर कई बार दोनों समुदायों में हिंसा भड़क चुकी है l उसी इलाके में अब दोनों समुदाय मिलकर जागरूकता रैली निकाली और मिलजुलकर दशहरा और मुहर्रम मनाने की बात कही l इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हम लोगों के घर-घर जाकर लोगों को जागरूक कर रहे है l
मोहम्मद हयात ने कहा कि कानपुर का इतिहास रहा है गंगा-जमुना तहजीब का l हम लोगों ने यह प्रण किया है कि दशहरा और मुहर्रम मिलकर साथ में मनाएंगे l हिन्दू मुस्लिम एकता को बनाएंगे रखेगे जो भी सांप्रदायिक ताकते है उन्हें रोकने का काम करेंगे l इस रैली के जरिए हम लोगों को संदेश दे रहे है कि दोनों ही पर्व हम मिलजुलकर मनाएंगे l
मिलकर मनाए त्योहार
डॉ निशार सिद्दकी के मुताबिक, हम अमन पसंद लोग है। हमें हमारे त्योहारों में कुछ सांप्रदायिक तकते माहोल बिगाड़ने का प्रयास करती है l लेकिन हमें किसी भी हालत में माहोल खराब नहीं करना है ,हमारी यही पहल है कि हम अमनो चैन से हिन्दू और मुस्लिम भाई मिलकर त्योहार मनाएंl
बाबू पांडेय के मुताबिक, हम हिन्दू मुस्लिम भाई एकता संदेश देते हुए हम लोग एक दूसरे के त्यौहार को संपन्न कराए l यही हमारा संदेश है हमारा यही कार्य लोगों के बीच मिसाल बनेगा। इन त्योहारों को हम मोहब्बत से मनाए l