UP Electricity Workers Strike : मशाल लेकर सड़क पर उतरे बिजलीकर्मी, समझौते को लागू करने की मांग
UP Electricity Workers Strike : प्रदेश के ऊर्जा मंत्री अरविन्द कुमार शर्मा एवं विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के बीच वार्ता बेनतीजा रहने के बाद कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार शुरू किया है। हालांकि, इसका आपूर्ति व्यवस्था पर फिलहाल कोई असर नहीं है।
UP Electricity Workers Strike : यूपी के पीलीभीत जनपद में बीती शाम विद्युत विभाग के कर्मचारियों ने एकजुट होते हुए शहर भर में एक मशाल यात्रा निकाली, जो कि पूरे शहर में घूमती हुई शहर के छतरी चौराहे पर समाप्त हुई। अपनी मांगों को लेकर कर्मचारियों ने आज से कार्य बहिष्कार प्रारंभ किया है, साथ ही अल्टीमेटम दिया है कि अगर सुनवाई नहीं हुई तो वो 16 मार्च से 72 घंटे की हड़ताल पर चले जाएंगे।
सीएम से हस्तक्षेप की मांग
बिजलीकर्मियों ने सभा कर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील की है कि वे प्रभावी हस्तक्षेप करें, जिससे पूर्व में हुए समझौते का क्रियान्वयन हो सके। संघर्ष समिति में विगत 03 दिसम्बर को ऊर्जा मंत्री के साथ हुए लिखित समझौते की दुहाई देते हुए कहा कि उनकी समस्याओं का निराकरण होना चाहिए। इस संबंध में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति की शीर्ष अफसरों वार्ता के दौरान अपर मुख्य सचिव(ऊर्जा) महेश गुप्ता और ऊर्जा निगमों के चेयरमैन एम. देवराज उपस्थित थे। समझौते का क्रियान्वयन न होने पर संघर्ष समिति ने आन्दोलन के ध्यानाकर्षण कार्यक्रम यथावत जारी रखने का ऐलान किया है। इस क्रम में पीलीभीत में मशाल जुलूस सभा को जिला संयोजक आशीष कौशल, नारायण लाल कश्यप, ओमकार, जहांगीर आलम, सुशील मिश्रा, मोहित गुप्ता, मोहन वर्मा, सुखपाल सिंह, नीरज सिंह, प्रवीण कन्नौजिया, रामानुज गुप्ता, हरीशंकर, विप्लव सरकार, विकास सक्सेना, पदाधिकारियों ने सम्बोधित किया।
‘ऊर्जा मंत्री होश में आओ’ के लगे नारे
जनपद Jalaun में विद्युत विभाग के कर्मचारियों ने 2 दिवसीय धरना शुरू किया। उरई के विद्युत भवन में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के बैनरतले विरोध दर्ज कराया गया। उत्तर प्रदेश सरकार और ऊर्जा मंत्री के खिलाफ कर्मचारियों ने जमकर नारेबाजी की। कहा कि समझौते के क्रियान्वयन हेतु कुछ भी सार्थक परिणाम सामने नहीं आने की स्थिति में संघर्ष का दौर चलता रहेगा। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी मंशा प्रशासन से अनावश्यक टकराव की बिल्कुल नहीं है। जेई रामू गुप्ता ने दावा किया कि सभी अधिकारी-कर्मचारी एकजुटता से हड़ताल की तैयारी में हैं। मांग पूरी न होने पर हड़ताल में संविदा कर्मी, लिपिक वर्ग, एसडीओ व अवर अभियंता आदि शामिल होंगे।