Etah News: संपत्ति के लालच में सगे भाई ने की भाई और भाभी की हत्या, 3 वर्षीय बच्चे को भी किया था घायल
Etah News: एसएसपी उदय शंकर सिंह ने घटना का सफल अनावरण करने वाली टीम को उत्साहवर्धन हेतु बीस हज़ार रुपये का पुरस्कार दिया है।
Etah News: जनपद के थाना कोतवाली देहात क्षेत्र में हुई दंपत्ति की हत्या की घटना का पुलिस ने 24 घंटे में किया खुलासा। जमीन के लालच में साथी के साथ मिलकर भाई ने ही की सगे भाई तथा भाभी की चाकू से गोदकर हत्या। पुलिस ने दो अभियुक्त को गिरफ्तार किया है तथा घटना के समय पहने हुए कपड़े तथा घटना में प्रयुक्त चाकू किया बरामद कर लिया है। एसएसपी उदय शंकर सिंह ने घटना का सफल अनावरण करने वाली टीम को उत्साहवर्धन हेतु बीस हज़ार रुपये का पुरस्कार दिया है।
ये था मामला
30 जनवरी को थाना कोतवाली देहात क्षेत्रांतर्गत ग्राम श्रीकरा में गांव से बाहर जिस्समी पुल, के पास रह रहे जितेंद्र उर्फ टीटू पुत्र स्व मोहर सिंह उम्र करीब 25 वर्ष व उसकी पत्नी प्रीति उम्र करीब 24 वर्ष की हत्या तथा उनके तीन वर्षीय बालक को घायल कर देने के संबंध में मृतक के भाई पंकज पुत्र मोहर सिंह निवासी ग्राम श्रीकरा थाना कोतवाली देहात एटा द्वारा थाना कोतवाली देहात पर बनाम ग्रीशचंद पुत्र सुनहरी लाल निवासी ग्राम नगला जट्टा थाना कोतवाली देहात एटा आदि 03 नफर मुकदमा पंजीकृत कराया गया। कल दिनांक 3 जनवरी 23 को थाना कोतवाली देहात पुलिस द्वारा मुखबिर की सूचना पर पूर्वाह्न मुकदमा उपरोक्त में प्रकाश में आए अभियुक्त प्रवेन्द्र तथा पंकज को अलीगंज रोड से गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने बताया कि मृतक के पिता चार भाई थे। मृतक के पिता के हिस्से में पांच बीघा जमीन थी तथा मृतक की मां के नाम 7 बीघा जमीन अलग से मायके पक्ष में थी। मृतक की मां दोनों भाइयों से अलग रहती है. परंतु उसका झुकाव मृतक जितेन्द्र की तरफ अधिक था।पंकज को लगता था कि मा अपने हिस्से की जमीन मृतक जितेन्द्र को दे देगी और मृतक के पास लगभग 9 बीघा जमीन हो जाएगी। जिसकी कीमत 20 लाख रुपये प्रति बीघा कुल कीमत करीब 1 करोड़ 80 लाख रुपये है, वो मृतक को मिल जाएगी।
यद्यपि पूर्व में बँटवारे के लिए पंचायत हुई जिसमें पंकज के हिस्से में करीब ढाई बीघा जमीन, दुकान का आधा हिस्सा तथा सबमर्सिबल मिले थे परंतु वास्तविक रूप से पूरी दुकान पर मृतक जितेन्द्र ने कब्जा कर रखा था। दो मंजिला मकान में मृतका ऊपर कमरे में तथा मृतक नीचे कमरे में लेटता था।
अभियुक्त प्रवेन्द्र मृतक की दुकान के सामने चिकन बेचने का काम करता है। जिसपर अभियुक्त पंकज का भी काफी उठना बैठना था। पंकज के मन में संपत्ति के विवाद के चलते मृतक जितेंन्द्र को रास्ते से हटाने का ख्याल आया और योजना के मुताबिक घटना के दिन प्रातः 05:30 बजे दोनों अभियुक्त चालीसा बाग में मिले और हत्या की योजना को मूर्तरूप देने के लिए इकट्ठा हुए, तदोपरांत इनके द्वारा घटनास्थल की चुपके से रैंकी की गयी।
योजना के अनुसार हत्या करने के लिए पंकज ने प्रविन्द्र को 5,00,000 रुपये देने का वादा किया था। तीन-चार दिन पूर्व से दोनों अभियुक्तों द्वारा जितेन्द्र के क्रियाकलापों की रेकी की गई। योजना के अनुसार दोनों अभियुक्त प्रातः करीब 06.30 बजे जितेन्द्र के घर पहुंचे। उस समय मृतक शौच क्रिया के लिए गया था। घर पर उसकी पत्नी थी। पंकज सीढ़ी से ऊपर गया जहां मृतका प्रीति (जितेन्द्र की पत्नी) सीढ़ी के गेट पर मिली।
बेरहमी से की हत्या
पंकज ने प्रीति को खींचकर नीचे ले आया, जहाँ ड्रम से छुरा निकालकर प्रीति पर चाकू से प्रहार कर उसे लहूलुहान कर दिया। जिसके बाद पंकज ने प्रीति के हथोड़े से प्रहार किया। उसी समय पंकज ने मृतक के तीन वर्षीय बेटे के सिर पर भी हथौड़े से प्रहार किया। पंकज के हाथ में छोटी छूरी तथा प्रविन्द्र के हाथ में बड़ी छूरी थी। मृतक जितेंद्र जैसे ही शौच करने के बाद घर वापस आए प्रविन्द्र ने जितेन्द्र के ऊपर छुरे से कई वार किये तथा उसका गला काट दिया। इसके बाद शटर गिराकर दोनों वहाँ से चले गए पंकज ने बाग में अपनी शर्ट चप्पल छुपा दी और घर चला गया तथा प्रविन्द्र ने तालाब के किनारे अपनी जैकेट छोड़ दी तथा टोपा तालाब में फेंक दिया।
भ्रमित करने के लिए शव निकालने में की मदद
घटना करने के बाद दोनों अभियुक्तगण ने जिरसमी नहर पर सरकारी शराब के ठेके पर शराब पी उसके बाद वह नहर पर आकर ऑटो में बैठ कर अमापुर कासगंज चला गया। वहां से प्रविन्द्र ने पुनः करीब 09.30 बजे पंकज से वार्ता की फिर 12 बजे के आसपास अभियुक्तगण घटना के समय पहने हुए कपड़े बदलने के बाद वापस घटनास्थल पर आए. तथा मृतक जितेन्द्र व मृतका प्रीति के शव को लोगों को भ्रमित करने के लिए घर से बाहर निकालने में मदद की जिससे इन पर किसी को शक न हो।
मृतक का प्रेम विवाह कोर्ट मैरिज के माध्यम से करीब चार वर्ष पूर्व हुआ था। उनका एक तीन साल का बेटा है। अभियुक्तों की निशानदेही पर उनके द्वारा घटना के समय पहने हुए जैकेट, टोपा, शर्ट और चप्पल बरामद किए गये हैं।