Etah: वाहिदबीबीपुर गौशाला में बिना चारा के मर रहीं गाय, इलाज के नाम पर खानापूर्ति
Etah: विकासखंड सकीट के गौ संरक्षण केंद्र वाहिद बीवीपुर में अव्यवस्था और हरे चारे की कमी के कारण गायों को मौत के गाल में धकेल रही हैं।
Etah: हिंदु संस्कृति में गाय को माता का दर्जा देकर पूजा जाता है उसकी जिंदगी ऐसे तिल-तिल कर गुजर रही है कि देखने वाले के रोंगटे खड़े हो जाएं। ऐसा ही मामला विकासखंड सकीट के गौ संरक्षण केंद्र वाहिद बीवीपुर (Cow Protection Center Wahid Biwipur) में देखने के लिए मिला जहां फैली अव्यवस्थाएं गायों को मौत के गाल में धकेल रही हैं।
1 करोड़ 20 लाख की लागत से बनाई गई गौशाला
बेसहारा घूम रहे मवेशियों के लिए सरकार ने हर गांव में गौशाला बनवाई हैं। उनकी देखरेख के लिए जिम्मेदार कर्मी भी लगाए गए हैं, लेकिन वही कर्मी सरकार की मंशा पर पूरी तरह से पानी फेर रहे हैं। गौ संरक्षण केंद्र वाहिद बीवीपुर (Cow Protection Center Wahid Biwipur) गौशाला को 1 करोड़ 20 लाख की लागत से बनाया गया। जिसमें तकरीबन 224 गौवंश रहते हैं। जिसकी देखरेख लाला ट्रेडिंग कंपनी कासगंज के प्रोपराइटर रामसेवक करते हैं।
बीमार गौवंशों के लिये इलाज के नाम पर खानापूर्ति
वाहिद बीवीपुर गौशाला में सूखा भूसा व तुर्री का भूसा गौवंशो को खिलाया जाता है। बीमार गौवंशों के लिये इलाज के नाम पर खानापूर्ति की जाती है, जिसके चलते आए दिन किसी न किसी गोवंश को अपनी जान गवानी पड़ती है। जिसको खुले में फेंक दिया जाता है। इससे आवारा कुत्ता नोच खाते हैं।
गौर किया जाए तो इस गौशाला में खाने के लिए गायों को सही ढंग से आहार भी नहीं दिया जा रहा है। ऐसे में उनके चारा पानी की व्यवस्था कराने के लिए जो पैसे खर्च किए जा रहे हैं वह क्या सिर्फ कागजों में खर्च हो रहे है।