Etah News : जिले में अवैध तरीके से हो रहा पेड़ों का कटान, जिम्मेदार मौन
Etah News : प्रदेश का एटा जनपद अवैध कारोबारियों व पुलिस संरक्षण के लिए वरदान बना हुआ है। यहां लोग छोटी-छोटी कार्यवाही के लिए भी भटकते देखे जा रहे हैं। इसी क्रम में जनपद की जलेसर तहसील का एक कारनामा चर्चा में है।
Etah News : प्रदेश का एटा जनपद अवैध कारोबारियों व पुलिस संरक्षण के लिए वरदान बना हुआ है। यहां लोग छोटी-छोटी कार्यवाही के लिए भी भटकते देखे जा रहे हैं। इसी क्रम में जनपद की जलेसर तहसील का एक कारनामा चर्चा में है, यहां लकड़ी माफिया सुप्रीम कोर्ट के आदेश की भी धज्जियां उड़ाते हुए दिख रहे हैं। बता दें कि पर्यावरण संरक्षण के बाबत उच्चतम न्यायालय ने ताज ट्रोपोजियम क्षेत्र में हरे वृक्ष के कटान पर पूर्णतः रोक लगाये जाने आदेश दिए गए थे।
सूबे की योगी सरकार द्वारा जारी किए गए आदेशों के अनुपालन में तहसील, ब्लॉक, नगर पालिका और वन विभाग सहित अन्य सरकारी कार्यालयों की दीवारों पर पर्यावरण बचाओ सम्बन्धी बड़े बडे़ स्लोगन तो लिखवा रखे हैं। इन आदेशों का पालन किस तरह किया जा रहा हैं। इसकी बानिगी दो-तीन दिन से सोशल मीडिया पर वायरल वह वीडियो दे रहा है, जिसमें विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर भी जलेसर क्षेत्र में हरे वृक्षों का कटान हो रहा है।
बीते दो - तीन दिनों से सोशल मीडिया पर एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें हरे वृक्षों को धड़ाधड़ काटा जा रहा है। वायरल वीडियो और फ़ोटो में हरे पेड़ों की लकड़ियों के साथ साथ पत्ते आदि भी दिखाई दे रहे हैं। यह वायरल वीडियो और पोस्ट जलेसर क्षेत्र के गांव नगला चांद की बतायी जा रही है, जो कि जलेसर- हाथरस रोड पर स्थित है। दो पीपल एवं दो शीशम के पेड़ों सहित अन्य हरे पेडों का हुआ यह कटान गत 5 जून का बताया जा रहा है। जिस दिन विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जा रहा था। हालांकि वायरल वीडियो के स्थान और समय की पुष्टि न्यूजट्रैक नहीं करता है। वहीं, स्थानीय लोगों का आरोप है कि इस घटना के सम्बंध में वन विभाग के अधिकारियों को भी सूचित किया गया था।
जिम्मेदारों को जानकारी ही नहीं
वहीं, एटा शहर के बीचो-बीच स्थित शहीद पार्क में भी अवैध रूप से हरे पेड़ का कटान कर दिया गया, जब जिम्मेदार नगर पालिका से जानकारी की गयी तो उन्होंने बताया कि हमें इसकी जानकारी नहीं है। शायद जल निगम द्वारा पार्क में सीवर का कार्य कराये जाने के दौरान उक्त हरे पेड़ को काटा गया हो। पेड़ काटे जाने की सूचना पालिका के अधिकारियों को दे दी गई है, लेकिन जिम्मेदार कुम्भकर्णी नींद सो रहे हैं।
वन विभाग के अधिकारियों ने लकड़ी माफियाओं के खिलाफ कोई कार्यवाही करने की ज़हमत नहीं उठायी है। वीडियो के संबंध में उप जिलाधिकारी जलेसर ने फोन पर बताया कि वीडियो का संज्ञान लेकर आरोपियों की जांच कराके उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
आखिर किसके संरक्षण में या विभागीय अनदेखी के चलते यह अवैध कटान किया जा रहा है, जबकि सरकार द्वारा हरे पेड़ लगाने तथा उन्हें संरक्षित करने की बात की जा रही है।