Eta News: किसान नेता धीरेन्द्र सोलंकी ने शासन-प्रशासन को मुकदमा खत्म न करने पर आंदोलन की दी चेतावनी
Eta News: धीरेन्द्र सोलंकी ने जनता व किसानों के विरुद्ध जिला प्रशासन की कार्रवाई को लेकर उन्हें चेतावनी देते हुए कहा कि अगर एक सप्ताह में किसानों पर लिखा मुकदमा वापस नहीं हुये तो आन्दोलन की कार्रवाई की जाएगी।
Eta News: एटा जनपद मुख्यालय के भारतीय हलधर किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष धीरेन्द्र सोलंकी ने जनता व किसानों के विरुद्ध जिला प्रशासन की कार्रवाई को लेकर उन्हें चेतावनी देते हुए कहा कि अगर एक सप्ताह में किसानों पर लिखा मुकदमा वापस नहीं हुये तो भ्रष्ट अधिकारियों, कर्मचारियों को जवाब पत्थर से देकर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने ब्लाक निधौली कला क्षेत्र में किसानों सिचाई विभाग के भ्रष्ट अधिकारियों के कारण किसानों की सैकड़ो वीघा जमीन पर जल भराव व सैकड़ों वीघा फसल नष्ट होने का जिम्मेदार अधिशासी अभियंता तुषार क्रांति राजन को बताते हुए उनके खिलाफ उच्च स्तरीय जांच कर कार्रवाई तथा नुकसान का मुआवजा उनसे वसूल करने की मांग की है।
उन्होंने बताया कि यह भ्रष्ट अभियंता लगभग 7 साल से अधिशासी अभियंता सिचाई बना बैठा है। 2017 से 2024 तक यह अटैच मैंट पर चल रहा है जबकि किसी भी विभाग में 6 महीने से ज्यादा का अटैचमेंट नहीं होता ऐसा क्यों हो रहा है। इसमें कहीं ना कहीं कोई बड़ी धांधल बाजी, भ्रष्टाचार है। अरिहंत नदी तथा ईश्वर नदी की सफाई के लिए शासन से 2 करोड रुपए आए सिल्ट की सफाई के लिए आए रुपये कागजों में खर्च हो गए किंतु सफाई नहीं हुई।
यह कार्य 30 जून 23 को खत्म हुआ था जुलाई 2023 के जीपीआरएस से लिए गए फोटो हमारे पास सबूत के तौर पर उपलब्ध हैं। जीपीआरएस झूठ नहीं बोलना उन्होंने सवाल करते हुए कहा क्या एक महीने में 10 से 15 फीट तक बड़ी पतेल खड़ी हो सकती है ।
गांव में पानी भर गया
अरिहंत नदी में सफाई न होने से कई गांव में पानी भर गया जिससे सेथरा, लखनपुर सहित कई गांव चपेट में आ गये, जिसकी शिकायत 2023 में विभाग के मंत्री स्वतंत्र देव सिंह से शिकायत की गई जिलाधिकारी एटा से शिकायत की गई फिर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से भी शिकायत की गई डीएम साहब को कार्यवाई हेतु फिर संज्ञान में दिया गया मीडिया ने भी किसानों की समस्याओं को लेकर प्रमुखता से खबरें छापी थी। किन्तु कोई भी कार्यवाही नहीं हुई।
जो जांच लगातार भ्रष्टाचार में लिप्त हो रही है उसको एक बार फिर किसानों प्रमुखता से उठाया और धरना प्रदर्शन आंदोलन प्रारंभ कर दिया तो ऊपर से नीचे दबाव के चलते अधिशासी अभियंता सिचाई तुषार क्रांति राजन ग्राम सोरखा में टीम यानी ठेकेदारों की फौज लेकर बात करने गये थे किसानों को या किसी से बात करते समय एक ठेकेदार का काम होता है या ठेकेदार की फौज होती है।
उनका आरोप है कि उनके साथ अभद्र व्यवहार किया गया मारपीट की गयी घटना के समय उनके साथ एस डीएम सदर भावना विमल तहसील दार नायव तहसीलदार निधौली थानाध्यक्ष तथा 30 से 40 पुलिसकर्मी थे।
यह मारपीट किसी भी वीडियो में आया हो कि किसानों ने उनसे अभद्रता की वह दिखाएं। हम किसी भी कीमत पर किसानों के साथ अत्याचार बर्दाश्त नहीं करेंगे अगर किसानों के खिलाफ लिखी रिपोर्ट में फाइनल रिपोर्ट नहीं लगती है तो भारतीय हलधर किसान यूनियन बहुत बड़ा आंदोलन करेगी। जिसमें 22 प्रदेशों के हजारों से किसान कार्यकर्ता शामिल होंगे।
मैं जिलाधिकारी महोदय से पुनः मांग करता हूँ कि वह जांचकर्ता कार्यवाई करे तुषार राजन के खिलाफ जांच बैठाये नमस्ते उन्होंने बताया कि इनके खिलाफ भ्रष्टाचार की जांच पहले भी बैठी है। जिसमें जांच कर पन्द्रह दिन दिन में आख्या मांगी गयी थी तुषार रंजन जी यह चाहते थे कि किसान जिलाधिकारी तक शिकायत करने न जाए क्योंकि वह किसानों की समस्या को अक्सर सुनते हैं। इसलिए उनके द्वारा यह षड्यंत्र रचा गया किसानों के ऊपर झूठी रिपोर्ट दर्ज कराई गई इनको लेकर अगर हमारे किसी भी किसान देवता के खिलाफ एफ आई आर होती है। तो भारतीय हलधर किसान यूनियन बहुल बडा आंदोलन करेगी पहले जिला स्तरीय आंदोलन होगा फिर भी कार्रवाई नहीं हुई तो इसे राष्ट्रीय आंदोलन घोषित कर अपने संगठन के 22 प्रदेशों के किसानों व कार्यकर्ताओं को बुलाकर बहुत बड़ा आंदोलन करेगी।
आपको बताते चलें उक्त ईसन नदी की लंबाई 43 किलोमीटर है जिसकी सफाई विभागीय अभिलेखों के अनुसार 30 जून 23को सफाई करा दी गयी है जिसके अभिलेखों के अनुसार जीपीआरएस के फोटो हमारे पास है जिसमें पेड 15 से 20 फुट बडे है यह पेड़ इतने बड़े एक महीने में तो नहीं हो सकते साथ ही उन्होंने बताया इससे पूर्व सिल्ट सफाई का मुद्दा निधौली के पूर्व पालिकाध्यक्ष देवलाल लोधी द्वारा उठाया गया था तो उन्हें ठेकेदार द्वारा धमकी दी गई कि हमने राजू विधायक को मारा है तुम्हारी औकात क्या है। सूचना का अधिकार मांगना, शिकायत करना बंद कर दो।
किसानों तथा जनता का उत्पीड़न
तुषार रंजन द्वारा की गई रिपोर्ट झूठी होने के सवाल पर उन्होंने कहा जहां पर एसडीएम, तहसीलदार, नायव तहसीलदार, थाने का भारी संख्या में फोर्स मौजूद था। क्या इतने लोगों के बीच में तुषार राजन के साथ मारपीट हो सकती है उन्होंने अपनी गाड़ी को कही और लेजाकर तोडा है और अपने कपड़े फाडे हैं। यह इस आंदोलन को दबाने की एक साजिश है इस साजिश में हमारे संगठन के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधीर राघव को भी नामजद कराया गया है इनके ऊपर अभी तक किसी भी थाने के अंदर एक एनसीआर तक नहीं है इन पर यह आरोप लगाया गया कि इन्होंने मुझे रोक कर मारपीट की। उन्होंने इस आंदोलन में जनप्रतिनिधियों के शामिल न होने की बात पर कहा की सभी जनप्रतिनिधियों द्वारा अखबारों में प्रमुखता से छपी खबरों को पड़ा गया है देखा है उसके बाद यह उनका कर्तव्य था कि वह किसानों तथा जनता के हो रहे उत्पीड़न को रोके उनकी आवाज बने।